Palmistry Shiv Sign Meaning: हस्तरेखा शास्त्र में हथेली की रेखाओं के साथ-साथ कुछ खास चिह्नों का भी बड़ा महत्व होता है। जिस तरह हथेली की रेखाओं को देखकर हमें व्यक्ति के भविष्य, उसके स्वभाव और जीवन में आने वाली संभावनाओं के बारे में पता चलता है, उसी तरह हथेली पर बनने वाली चिह्न से भी उस व्यक्ति के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, हथेली पर कुछ निशान ऐसे होते हैं जो भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद को दिखाते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि ऐसे कौन से निशान हैं, जिनके होने पर भगवान शिव का आशीर्वाद बना रहता है।
हथेली पर डमरू का निशान
डमरू भगवान शिव का मशहूर वाद्य यंत्र है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, अगर किसी की हथेली पर रेखाओं से डमरू का निशान बनता है, तो यह शिव की कृपा का संकेत माना जाता है। इस निशान का मतलब होता है कि व्यक्ति को कला और रचनात्मकता का वरदान मिला है। ऐसे लोगों के जीवन में भगवान शिव कभी कोई परेशानी नहीं आने देते हैं। साथ ही, इन्हें आने वाली मुश्किलों का पहले से ही अंदाजा हो जाता है।
हथेली पर त्रिशूल का निशान
त्रिशूल भगवान शिव का शस्त्र है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, हथेली पर त्रिशूल का निशान होना व्यक्ति को बहादुर और ताकतवर बनाता है। अगर यह निशान भाग्य रेखा और मस्तिष्क रेखा के पास बनता है, तो यह बहुत शुभ माना जाता है। ऐसे लोगों को जीवन में सारी सुख-सुविधाएं मिलती हैं। इनका पारिवारिक जीवन भी खुशनुमा रहता है। ऐसे लोगों को भगवान शिव की कृपा से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
हथेली पर अर्ध चंद्रमा का निशान
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, जब दोनों हथेलियों को मिलाकर अर्ध चंद्रमा का आकार बनता है, तो इसे भगवान शिव के आशीर्वाद का प्रतीक माना जाता है। ऐसे लोगों का पारिवारिक और वैवाहिक जीवन बहुत अच्छा होता है। ये लोग जीवन में कभी हार नहीं मानते और हर मुश्किल का सामना करते हैं। हालांकि, यह निशान किसी दूसरी रेखा से कटा हुआ नहीं होना चाहिए।
हथेली पर ध्वज का निशान
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति की हथेली पर ध्वज का निशान बनता है तो ये भी भगवान शिव की कृपा का प्रतीक माना जाता है। यह निशान त्रिकोण के आकार का होता है और बताता है कि शिव जी हर मुश्किल में आपका साथ देंगे। ऐसे लोगों को जीवन में सही मार्गदर्शन मिलता है और वे हर परिस्थिति में सफल होते हैं।
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