ज्योतिष शास्त्र में जैसे मनुष्य की जन्मकुंडली में स्थित ग्रहों की स्थित देखकर उसके नेचर और भविष्य के बारे में जाना जा सकता है। ऐसे ही हस्तरेखा शास्त्र में मनुष्य के हाथ में स्थित रेखाओं और पर्वतों का विश्लेषण करके उसके भविष्य और व्यक्तित्व के बारे में जाना जा सकता है। यहां हम बात करने जा रहे हैं शनि पर्वत पर क्रॉस के निशान के बारे में। बता दें कि हाथ की मध्यमा उंगली को शनि की उंगली कहा जाता है। इस उंगली के ठीक नीचे वाली जगह को शनि क्षेत्र या शनि पर्वत कहते हैं।
शनि पर्वत पर हो क्रॉस का निशान:
हस्तरेखा शास्त्र अनुसार शनि पर्वत पर क्रॉस का चिह्न अशुभ माना जाता है। ऐसे चिह्न वाला व्यक्ति बीमारी, दुर्घटना या दुर्भाग्य का शिकार होता है। यदि यह चिह्न मध्य भाग में हो तो ऐसा व्यक्ति चिड़चिड़े और गुस्सैल स्वभाव का होता है। साथ ही वह जिंदगी भर संघर्ष करता रहता है और सफलता हाथ नहीं लगती है।
अगर क्रॉस चिह्न भाग्य रेखा तक पहुंचे:
यदि किसी व्यक्ति के हाथ में शनि क्षेत्र पर मौजूद क्रॉस चिह्न भाग्य रेखा तक जा रहा हो तो ऐसा व्यक्ति को जोखिम भरी जगह से बचना चाहिए। जैसे ऊंचे पहाड़ पर नहीं जाना चाहिए और गहरे जल में नहीं जाना चाहिए। इन्हें दुर्घटना की आशंका रहती है। ऐसे लोगों को भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए।
शनि क्षेत्र पर हो त्रिकोण का चिह्न:
यदि किसी व्यक्ति के हाथ में शनि क्षेत्र पर त्रिकोण चिह्न हो तो व्यक्ति गूढ़ विषय जैसे- ज्योतिष, तंत्र मंत्र को जानने वाला होता है। ऐसा व्यक्ति समाज में अपनी अलग पहचान बनाता। साथ ही स्वाभिमानी और दूरदर्शी भी होता है और भाग्य से ज्यादा कर्म पर विश्वास करता है।
सूर्य पर्वत पर X का निशान:
अगर किसी व्यक्ति की अनामिका अंगुली के नीचे यानी सूर्य पर्वत पर X का निशान होता है तो उन्हें अपने जीवन में बेहद ही प्रसिद्धि मिलती है। ऐसे लोगों के पास धन की कभी कमी नहीं होती। इन्हें समाज में खूब मान-सम्मान मिलता है। ऐसे लोग प्रशासनिक पद पर पहुंचते हैं। साथ ही ये लोग स्वाभिमानी और स्पष्टवादी भी होते हैं। ये लोग कम उम्र में अच्छा नाम और पैसा कमा लेते हैं।