Opal Gemstone: मनुष्य को रत्नों का चुनाव बहुत ही सावधानी से करना चाहिए। रत्न केवल शोभा बढ़ाने का साधन नहीं है बल्कि उनमें अलौलिक शक्ति का समावेश है। साथ ही रत्नों में मानव जीवन को सुखमय, उल्लासपूर्ण बनाने की अप्रतिम क्षमता भी है। आज हम बात करने जा रहे हैं ऐसे उपरत्न के बारे में जिसका संबंध धन और ऐश्वर्य दाता शुक्र देव से है और इसका नाम है ओपल।  

आपको बता दें रत्न शास्त्र के अनुसार दांपत्य जीवन, प्रेम, सौंदर्य, आकर्षण और भौतिक सुख-सुविधाओं का ग्रह है शुक्र। इसका प्रतिनिधि रत्न होता है हीरा। लेकिन हीरा सभी लोगों को सूट नहीं करता और काफी महंगा भी आता है। इसलिए उसके अल्टरनेट के तौर पर उपरत्न ओपल या जरकन धारण करवाया जाता है। आइए जानते हैं ओपल धारण करने की सही विधि और इसके फायदे…

किन लोगों को धारण करना चाहिए ओपल:

ओपल तुला और वृष राशि के जातकों लिए सबसे उत्तम माना जाता है। तुला राशि वाले ओपल को बर्थ-स्टोन के रूप में धारण कर सकते हैं। इसके अलावा ज्योतिषीय सलाह से इस रत्न को मकर, कुंभ, मिथुन और कन्या राशि वाले लोग भी धारण कर सकते हैं। यदि कुंडली में शुक्र अशुभ स्‍थान में बैठा है तो ओपल स्‍टोन पहनने की सलाह दी जाती है।

साथ ही अगर नवांश कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर विराजमान हों तो भी ओपल धारण कर सकते हैं।वहीं शुक्र के प्रथम, दूसरे, सातवें, नौवें या दसवें भाव में होने पर ओपल पहना जाता है। शुक्र ग्रह के चंद्रमा, सूर्य और बृहस्‍पति शत्रु ग्रह माने जाते हैं। इस वजह से माणिक्‍य, मोती और पुखराज के साथ ओपल रत्न धारण नहीं करना चाहिए। साथ ही पन्ना और नीलम के साथ ओपल को धारण कर सकते हैं, क्योंकि शनि देव और शुक्र ग्रह में मित्रता का भाव है।

ओपल रत्न धारण करने के लाभ:

इस रत्न को धारण करने से दाम्पत्य जीवन में या प्रेम संबंधों में आ रही खटास दूर होती है। इस रत्न के प्रभाव से आकर्षण शक्ति का विकास होता है। संगीत, अभिनेता, अभिनेत्री, चित्रकला, नृत्य, टीवी, फिल्म, थिएटर, कम्पूटर, आईटी से सम्बंधित काम करने वाले लोगों के लिए यह रत्न काफी लाभप्रद माना जाता है। ओपल पहनने वाले व्‍यक्‍ति को प्‍यार, खुशी और भाग्‍य का साथ मिलता है। इसे धारण करने से सामाजिक संबंध मजबूत होते हैं। यात्रा, आयात और निर्यात के क्षेत्र से जुड़े व्‍यापारियों के लिए ये रत्न शुभ माना जाता है। इसे पहनने से एकाग्रता और मानसिक शांति आती है। कुल मिलाकर ये रत्‍न लोकप्रियता, सफलता और मान-सम्‍मान दिलाता है।
(यह भी पढ़ें)- साप्ताहिक राशिफल, 14 फरवरी से 20 फरवरी 2022: ग्रहों के राजा सूर्य देव ने किया गोचर, तुला और कुंभ वालों को धनलाभ के बन रहे संयोग, जानिए आपके लिए कैसा रहेगा ये हफ्ता

ओपल धारण करने की विधि:

 इस रत्न को किसी भी माह में शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को सीधे हाथ की अनामिका अंगुली में धारण करना चाहिए। इसे पहनने से पहले इस रत्न जड़ित अंगूठी को कच्चे दूध और गंगाजल से शुद्ध कर लेना चाहिए। शुद्ध करके इस अंगूठी को सफेद कपड़े के ऊपर रख लें फिर शुक्र के मंत्र ऊं द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम: की एक माला जप करके अंगूठी को पहन लेना चाहिए। (यह भी पढ़ें)- Vastu Tips: घर में इन चीजों को रखने से आ सकता है आर्थिक संकट, जानिए क्या कहता है वास्तु शास्त्र