Onyx Gemstone: मनुष्य को रत्नों का चुनाव बहुत ही सावधानी से करना चाहिए। रत्न केवल शोभा बढ़ाने का साधन नहीं है बल्कि उनमें अलौलिक शक्ति का समावेश है। साथ ही रत्नों में मानव जीवन को सुखमय, उल्लासपूर्ण बनाने की अप्रतिम क्षमता भी है। आज हम बात करने जा रहे हैं ऐसे उपरत्न के बारे में जिसका संबंध बुद्धि और व्यापार के दाता बुध देव से है और इसका नाम है ओनेक्स।
जानिए कैसा होता है ओनेक्स:
ओनेक्स अपनी गुणवता और चमक इत्यादि से इसे आसानी से पहचाना जा सकता है। आपको बता दें कि एक अच्छा ओनेक्स अपनी बनावट, चमक और क्वालिटी से पहचाना जा सकता है। ओनेक्स अगर अच्छी चमक और चिकना, साफ, बिना किसी दरार इत्यादि के हो तो बहुत ही उत्तम श्रेणी का होता है। साथ ही इसके रंग की चमक रोशनी पड़ने पर दूर तक फैलती है। वहीं यह उबड़खाबड़ नहीं होना चाहिए। साथ ही मिले-जुले रंग का न होकर एक रंग का होना इसके क्षमता में वृद्धि करने में सहायक होता है।
जानिए ओनेक्स धारण करने के लाभ:
इस उपरत्न का उपयोग दिल, किडनी, तंत्रिका-तंत्र, कोशिकाओं, बालों, आंखों और नाखूनों आदि को मजबूत बनाता है। साथ ही इस उपरत्न को धारण करने से बुरे स्वप्न दिखाई नहीं देते हैं। वहीं अनिद्रा की बीमारी दूर भागती है और व्यक्ति को नींद अच्छी आती है। मन में बुरे विचार नहीं आते हैं। इस रत्न को धारण करने से व्यक्ति का कम्यूनिकेशन स्किल्स सुधरता है और वह अच्छा डिबेटर बनता है। साथ ही इस रत्न को धारण करने से व्यक्ति व्यापार में दक्ष होता है और वह बड़ा कारोबारी बनता है।
किन राशियों को धारण करना चाहिए और किन्हें नहीं?
ज्योतिष शास्त्र अनुसार मिथुन और कन्या वालों को ओनेक्स उपरत्न काफी फलदायी साबित होता है। क्योंकि इन राशियों पर बुध ग्रह का ही आधिपत्य होता है। लेकिन किसी ज्योतिष विशेषज्ञ से सलाह लेने के बाद ही इसे धारण करें। इसके अलावा ओनेक्स वृषभ, तुला, मकर और कुंभ राशि के लोग भी पहन सकते हैं। लेकिन मेष, कर्क और वृश्चिक वालों को ओनेक्स बिल्कुल भी धारण नहीं करना चाहिए। अगर किसी जातक की कुंडली में जन्म लग्न में बुध छठे, आठवें, 12वें भाव में सकारात्मक स्थित हैं तो भी ये उपरत्न धारण किया जा सकता है। कुंडली में अगर बुध अगर नीच का स्थित है तो यह उपरत्न धारण नहीं करना चाहिए। (यह भी पढ़ें)- Shani Uday 2022: शनि देव उदय होकर बना रहे राज योग, इन 5 राशि वालों को धनलाभ के साथ राजनीति में तरक्की के भी प्रबल योग
ओनेक्स धारण करने के नियम:
ओनेक्स को चांदी की अंगूठी में जड़वाकर हाथ की सबसे छोटी उंगली (कनिष्ठा) में बुधवार के दिन धारण कर सकते हैं। इसे सूर्योदय से लगभग 10 बजे तक पहन सकते हैं। ओनेक्स धारण करने से पहले उसे एक रात के लिए गंगाजल, शहद, मिश्री व दूध के घोल में डुबोकर रख दें। उसके बाद बुधवार के दिन सुबह इसे निकाल कर धूप दीप दिखाएं और ऊं बुं बुधाय नमः मंत्र का 108 बार जाप कर धारण कर लें। (यह भी पढ़ें)- बेहद ही तेज याददाश्त के माने जाते हैं इन 4 राशि वाले लोग, हर पल को रखते हैं याद