Samudrik Shastra For Nose: वैदिक ज्योतिष में जैसे व्यक्ति की जन्मकुंडली में स्थित ग्रहों का विश्लेषण करके उसके नेचर और व्यक्तित्व का फलित किया जाता है। ऐसे ही सामुद्रिक शास्त्र में अलग-अलग अंगों की बनावट को देखकर इंसान के स्वभाव के बारे में गणना की जाती है। इस शास्त्र में शरीर के अंगों की बात की जाती है इसलिए इसे अंग शास्त्र भी कहा गया है। इसकी रचना ऋषि समुद्र ने की थी इसलिए इसे समुद्र शास्त्र भी कहा जाता है। यहां हम बात करने जा रहे हैं व्यक्ति की नाक के बारे में, जिसको देखकर व्यक्ति के नेचर और व्यक्तित्व के बारे में जाना जा सकता है। आइए जानते हैं….
होते हैं घमंडी और स्वाभिमानी
सामुद्रिक शास्त्र अनुसार ऐसी नाक वाले लोग बहुत घमंडी और स्वाभिमानी होते हैं। ऐसे लोगों को गुस्सा बहुत आता है। ऐसे लोग जीवन में कामयाबी पाने के साथ-साथ गुस्सैल होते चले जाते हैं। यह समय आने पर अपने विचारों में परिवर्तन लाते रहते हैं। ये लोग अपने स्वभाव के कारण कई लोगों से अपने संबंध खराब कर लेते हैं।
तोते के चोंच वाले आकार की नाक
ऐसी नाक वाले लोग समझदार होते हैं। मान्यता है जिनकी नाक का आकार तोते की चोंच जैसा होता है, वह साहसी होते हैं। ये लोग कला प्रेमी और कला के जानकार होते हैं। साथ ही ये लोग कम उम्र में ही मैच्योर हो जाते हैं। यह लोग अपने निर्णय सोच समझ कर लेते हैं। इन्हें लोगों से बात करना ज्यादा पसंद नहीं होता है।
होते हैं संवेदनशील और ईमानदार
सामुद्रिक शास्त्र मुताबिक दबी हुई नाक वाले लोग बहुत संवेदनशील और ईमानदार होते हैं। यह उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं।यह जीवन को लेकर खुले विचार रखते हैं। इन्हें किसी भी तरह की बंदिश पसंद नहीं होती है। ये लोग मिलनसार भी होते हैं। साथ ही बुरे वक्त में लोगों के काम आते हैं।
लम्बी नाक वाले लोग
जिन लोगों की नाक लंबी होती है ऐसे लोग अपनी पक्की सोच के लिए जाने जाते हैं। साथ ही ये लोग जो एक बार सोच लेते हैं, उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। ऐसे लोग बहुत अधिक भावनात्मक नहीं होते हैं। इन्हें पारिवारिक संबंधों में कम रुचि होती है। यह धर्म के मार्ग पर चलते हैं। साथ ही समय के पाबंद होते हैं।