Navratri 2018, Durga Ashtami Kanya Pujan 2018 Puja Vidhi: नवरात्रि का पवित्र पर्व चल रहा है। आज यानी कि 17 अक्टूबर, दिन बुधवार को दुर्गा अष्टमी है। इस दिन मां दुर्गा के महागौरी रूप की आराधना की जाती है। मालूम हो कि नवरात्रि की सप्तमी तिथि से लेकर नवमी तक कन्या पूजन करने का विधान है। कन्या पूजन में नौ कन्याओं के साथ एक लड़के की भी पूजा की जाती है। मालूम हो कि कन्याओं के साथ जो एक लड़का बैठाया जाता है उसे ‘लंगूर’ या ‘लांगुरिया’ कहकर पुकारा जाता है। कन्या पूजन में जिस विधि और श्रद्धा से नौ कन्याओं की पूजा की जाती है उसी तरह से लड़के यानी कि ‘लंगूर’ की भी आराधना होती है।

कन्या पूजन में बैठाए गए लड़के यानी कि ‘लंगूर’ को बजरंगी बली का रूप माना जाता है। कहते हैं कि दुर्गा अष्टमी या नवमी पर कन्याओं के साथ एक बालक की पूजा करने से बजरंग बली खुश होते हैं। और इससे नवरात्रि के उपवास का पूरा शुभ फल प्राप्त होता है। ऐसा माना जाता है कि वैष्णों देवी के दर्शन के बाद भैरो के दर्शन करने से ही दर्शन पूरा होता है। ठीक यही बात कन्या पूजन में आमंत्रित किए गए एक बालक पर भी लागू होती है। इस एक बालक के बिना कन्या पूजन को अधूरा समझा जाता है।

कन्या पूजन विधि: कन्या पूजन की विधि इस प्रकार से है।
 दुर्गा अष्टमी के दिन सूर्योदय से पहले जगें और स्नान करके स्वच्छ हो जाएं।
 प्रसाद के लिए खीर, पूरी, और हलवा आदि घर पर तैयार करें।
 कन्याओं और एक बालक को बुलाकर जल से उनका पांव धोएं। और उन्हें बैठने के लिए आसन दें।
 प्रसाद तैयार हो जाने पर माता दुर्गा का भोग लगाएं।
 अब कन्याओं और बालक को खीर, पूरी और हलव प्रसाद स्वरूप खिलाएं।
 भोजन कराने के बाद उन्हें टीका लगाएं और कलाई पर रक्षा बांधें।
 कन्याओं को कुछ उपहार देकर विदा करें। और उनका पैर छूकर आशीर्वाद लें।