Nag Panchami 2024 Upay: देशभर में आज नागपंचमी का पर्व मनाया जा रहा है। आज के दिन शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई है। हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन महादेव की पूजा करने के साथ-साथ नागों की पूजा करने का विधान है। हर साल हरियाली तीज के दो दिनों के बाद नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस साल कई नाग पंचमी पर काफी दुर्लभ योग बन रहा है। ऐसे में नागों की पूजा करने के साथ इन ज्योतिषीय उपायों को करना शुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नाग पंचमी के दिन इन उपायों को करने से कुंडली में मौजूद काल सर्प दोष और पितृ दोष से निजात मिल जाती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं कालसर्प दोष से निजात पाने के लिए नाग पंचमी के दिन कौन से उपाय करना होगा शुभ…
नाग पंचमी पर बन रहे हैं दुर्लभ योग
इस साल नाग पंचमी पर कई अद्भुत योगों का निर्माण हो रहा है। माना जा रहा है कि ऐसा संयोग करीब 500 साल के बाद बन रहा है। इस दिन अभिजीत मुहूर्त के साथ ही अमृत काल, रवि योग, शिव वास योग, सिद्ध योग, साध्य योग, बव और बालव, करण योग के साथ हस्त नक्षत्र में रहेंगे।
नाग पंचमी पर करें ये उपाय (Nag Panchami 2024 Upay)
करें ये पाठ
नाग पंचमी के दिन श्री सर्प सूक्त का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से कुंडली में मौजूद कालसर्प दोष और पितृ दोष का दुष्प्रभाव काफी हद तक कम हो जाता है। इसके साथ ही इस दोष के कारण जीवन में होने वाले हर कष्ट से मुक्ति मिल सकती है।
चढ़ाएं नाग-नागिन का जोड़ा
अगर आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है, तो नाग पंचमी के दिन चांदी से छोटे-छोटे नाग-नागिन बनवा सकते हैं। इसके बाद एक थाली या किसी पात्र में रखकर सर्पों को कच्चा दूध चढ़ाएं। इसके बाद भगवान शिव की पूजा करने के साथ ‘ऊं नागेंद्रहाराय नम:’ मंत्र का जाप करें। इसके बाद चांदी के सर्पों को शिवलिंग पर अर्पित कर दें। ऐसा करने से काल सर्प दोष, सर्पभय की समस्या दूर हो जाती है।
चांदी नहीं तो ऐसे बनाएं नाग -नागिन
अगर आप चांदी के नहीं बनवा सकते हैं, तो बड़ीसी रस्सी में सात गांठें लगाकर उसे सांप के रूप में बना लें। इसके बाद इसे स्थापित करके दूध, बताशा, फूल आदि चढ़ाने के बाद राहु और केतु के मंत्र का जाप करें। इसके बाद भगवान शिव की अराधना करने के साथ इस रस्सी के सभी गांठ खोल दें। इसके बाद इसे जल में प्रवाहित कर दें।
करें राहु-केतु के मत्रों का जाप
नाग पंचमी के दिन राहु तथा केतु के मंत्रों का जाप करें। ऐसा करने से कुंडली से राहु और केतु दोष भी दूर हो जाता है।
राहू मंत्र – ।। ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम: ।।
केतु मंत्र- ।। ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: केतवे नम:।।
चढ़ाएं नाग
अगर आपकी कुंडली में काल सर्प दोष है, तो नाग पंचमी के दिन आप किसी शिव मंदिर में शिवलिंग में विशेष पूजा, अनुष्ठान कराकर नाग अर्पित कर सकते हैं। इससे भी आपको लाभ मिलेगा।
माथे में लगाएं चंदन
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नाग पंचमी के दिन से रोजाना माथे में तिलक लगाना शुरू करें। ऐसा करने से पितृदोष से मुक्ति मिल जात है। इसके साथ ही देष दोष से भी मुक्ति मिलती है।
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