Nag Panchami 2023 Kaal Sarp Dosh Upay: पंचांग के अनुसार, प्रतिवर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस साल पंचमी तिथि 21 अगस्त 2023 को पड़ रही है। बता दें कि श्रावण मास में दो पंचमी तिथि आती है। पहली कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष की। कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली नागपंचमी 7 जुलाई को पड़ रही है। इस नागपंचमी को राजस्थान, बिहार और झारखंड में ही मनाया जाता है। नागपंचमी के दिन नाग देवता की विधिवत पूजा करने का विधान है। इस दिन नाग देवता और सांपों की विधिवत पूजा करने के साथ दूध पिलाना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से कालसर्प दोष से भी छुटकारा मिल जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष होता है उसे जिंदगी में किसी न किसी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अधिक मेहनत करने के बावजूद रिजल्ट नहीं मिलता है, भलाई करने में बुराई मिलती है, विवाह में देरी होना, बनते काम बिगड़ जाना, साथ ही दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। आइए जानते हैं कि नागपंचमी के दिन कौन से उपाय करने से कालसर्प दोष से निजात मिल सकती है।
कैसे कुंडली में बनता है कालसर्प दोष?
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में राहु का अधिदेवता काल है और केतु का सर्प। ऐसे में जब राहु और केतु के बीच में सभी ग्रह आ जाते हैं, तब कुंडली में काल सर्प दोष लगता है। बता दें कि कालसर्प दोष 12 तरह का होता है और हर एक का प्रभाव अलग-अलग होता है।
कालसर्प दोष से निजात पाने के लिए ज्योतिषीय उपाय
- नाग पंचमी के दिन श्री सर्प सूक्त का पाठ करना चाहिए। इस पाठ को करने से कालसर्प दोष का प्रभाव काफी हद तक कम हो जाता है।
- नाग पंचमी के दिन अपने वजन के बराबर कोयला ले लें और इसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
- कोयला के अलावा नारियल और मसूर की दाल भी बहते हुए जल में प्रवाहित करने से लाभ मिलता है।
- कुंडली में कालसर्प दोष है, तो नागपंचमी के दिन हाथ में चांदी से बनी हुई नाग-नागिन आकृति की अंगूठी पहन सकते हैं।
- रत्न शास्त्र के अनुसार, कुंडली से कालसर्प दोष दूर करने के लिए गोमेद रत्न पहनना लाभकारी हो सकता है।
- नाग पंचमी के दिन राहु और केतु को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न उपाय कर सकते हैं। इसके अलावा इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं।
राहु मंत्र- ।। ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम: ।।
केतु मंत्र – ।। ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: केतवे नम:।।