Coral Stone: ज्योतिष में 12 राशियों का वर्णन मिलता है। इन राशियों पर किसी न किसी ग्रह का आधिपत्य भी जरूर होता है और इन 9 ग्रहों का अपना एक प्रतिनिधि रत्न होता है। यहां हम आज बात करने जा रहे हैं मेष और वृश्चिक राशि के बारे में। जिसके स्वामी मंगल ग्रह हैं और मूंगा रत्न का संंबध मंगल ग्रह से है। आइए जानते हैं मूंगा पहनने के क्या फायदे होते हैं और इसे धारण करने की सही विधि क्या है।
ऐसा होता है मूंगा:
रत्न शास्त्र अनुसार मूंगा लाल, सिंदूरी, गेरुआ, सफेद तथा काले रंग का होता है। मूंगा रत्न धारण करने से मंगल ग्रह मजबूत होता है जिससे इस ग्रह के शुभ प्रभावों में वृद्धि होने लगती है। इस रत्न को अंग्रेजी में कोरल कहते हैं। मूंगा रत्न समुद्र के नीचली धरातल पर पाया जाता है और यह एक तरह की लकड़ी होती है।
मूंगा रत्न धारण के लाभ:
मूंगा मंगल ग्रह का रत्न है जो शक्ति, बल, साहस व ऊर्जा के स्वामी हैं। यह रत्न राजनीति, नेतृत्व, प्रशासन, सेना, पुलिस, मेडिकल क्षेत्र, तेल, गैस, प्रॉपर्टी, ईंटभट्टे के कार्य इत्यादि कारोबार का कारक है। वहीं किसी व्यक्ति को रक्त से सम्बन्धित कोई समस्या रहती है तो उसे मूंगा पहनने से फायदा मिलता है। वहीं अगर किसी व्यक्ति को अज्ञात भय का अनुभव हो तो मूंगा रत्न पहनना रामबाण साबित होगा।
इन राशि वालों को करता है मूंगा सूट:
वृश्चिक और मेष लग्न या राशि वालों के लिए मंगल उनके स्वामी ग्रह है और मंगल का रत्न मूंगा पहनने से मंगल की पॉवर बढ़ती है। जिससे वह व्यक्ति के अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता, आकर्षक व्यक्तित्व एवं बल प्रदान करते हैं। साथ ही जिन लोगों की कुंडली में मंगल उच्च के यानि सकारात्मक स्थित हों वो लोग भी मूंगा पहन सकते हैं। वहीं अगर कुंडली में नीच का मंगल स्थित है तो मूंगा धारण नहीं करना चाहिए। मूंगा रत्न के साथ कभी भी भूलकर नीलम नहीं धारण करना चाहिए। अन्यथा वह लाभ देने के जगह नुकसान दे सकता है।
इस विधि से धारण करें मूंगा:
रत्न विज्ञान अनुसार मूंगा को सोना, चांदी या तांबे की अंगूठी में बनवाकर पहना जा सकता है। मूंगा कम से कम सवा सात रत्नी का धारण करना चाहिए। धारण करने से पहले अंगूठी को कच्चे दूध और गंगाजल से धोकर शुद्ध कर लें। साथ ही मंगलवार के दिन प्रातःकाल से लेकर दोपहर तक किसी भी समय में आप इसे दाएं हाथ की अनामिका उंगली में मूंगा धारण करें। वहीं धारण करने के बाद क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः मंत्र का जप करते रहें। स्त्रियां बाएं हाथ की अनामिका उंगली में मूंगा धारण करें, तो बेहतर रहेगा।