Vish Yog In Makar: ज्योतिष अनुसार ग्रह समय- समय पर राशि परिवर्तन कर शुभ और अशुभ योग का निर्माण करते हैं। आपको बता दें कि 31 अक्टूबर को मकर राशि में चंद्रमा ने प्रवेश किया है। जहांं पहले से ही शनि देव विराजमान हैं। इन दोनों ग्रहों की युति से विष योग का निर्माण हो रहा है। विष योग को ज्योतिष में शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए यह योग 3 राशियों के लिए थोड़ा कष्टकारी साबित हो सकता है। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सी हैं…

मिथुन राशि: आप लोगों के लिए विष योग का बनना नुकसानदायक साबित हो सकता है। क्योंकि आपकी राशि से यह योग आपकी गोचर कुंडली के आठवें भाव में बन रहा है। जिसे गुप्त रोग और आयु का स्थान कहा जाता है। इसलिए इस समय आप कोई नया काम शुरू न करें। साथ ही कार्यस्थल पर लापरवाही नहीं करें और वाणी पर संयम रखें। तो बेहतर होगा। वहीं इस समय पैसा उधार देने से बचें, अन्यथा पैसा डूब सकता है। जीवनसाथी के साथ कुछ मनमुटाव हो सकता है।

सिंह राशि: विष योग का बनना आप लोगों के लिए कष्टकारी साबित हो सकता है। क्योंकि यह योग आपकी राशि से छठे स्थान पर बन रहा है। जिसे रोग और शत्रु का स्थान कहा जाता है। इसलिए इस समय आपको गुप्त शत्रुओं से सावधान रहना चाहिए। साथ ही बिजनेस में लेन- देन से बचें। वहीं इस समय अगर आप व्यापार से संबंधित यात्रा की सोच रहे हैं तो अभी रुक जाएं। इस समय व्यापार भी धीमा चलेगा। साथ ही कोई महत्वपूर्ण डील होने से रुक सकती है। माता के साथ संबंध खराब हो सकते हैं।

कुंभ राशि: आप लोगों के लिए विष योग थोड़ा अशुभ साबित हो सकता है। क्योंकि यह योग आपकी राशि से दूसरे भाव में बन रहा है। जिसे धन और वाणी का स्थान कहा जाता है। इसलिए इस समय धन की हानि हो सकती है। इसलिए उधार देने से बचें। साथ ही इस समय यात्रा का योग बन रहा है। इसलिए यात्रा में सेहत का ध्या रखें। साथ ही काम- कारोबार में कम लाभ मिल सकता है। इस समय आपको भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए।