Til ka matlab: सामुद्रिक शास्त्र के मुताबिक किसी व्यक्ति के शरीर पर मौजूद तिल का भी खास मतलब होता है। जिस तरह ज्योतिष शास्त्र व्यक्ति के जीवन से जुड़े तमाम राज खोलता है, ठीक उसी तरह सामुद्रिक शास्त्र भी मनुष्य़ के स्वभाव से लेकर उसके शरीर पर मौजूद तिल का महत्व और मतलब बताता है। सामुद्रिक शास्त्र के मुताबिक किसी व्यक्ति को देखकर हम जान सकते हैं कि उस व्यक्ति का स्वभाव कैसा होगा, उसके जीवन की दिशा कैसी होगी। आइये जानते हैं कि सामुद्रिक शास्त्र व्यक्ति के हाथों पर मौजूद तिल के बारे में क्या बताता है…
कलाई पर तिल: दाहिने हाथ की कलाई पर तिल होने का मतलब होता है कि ऐसा व्यक्ति अपनी मेहनत पर भरोसा करने वाला होता है। ऐसे लोग बहुत बुद्धिमान होते हैं। सामुद्रिक शास्त्र में कहा गया है कि ऐसे लोगों को अपनी प्रतिभा पर बहुत यकीन होता है। ऐसे लोग धोखा नहीं खाते हैं।
बाएं हाथ की कलाई पर तिल: बाएं हाथ की कलाई पर तिल वाले व्यक्ति को बहुत प्रभावशाली माना जाता है। ऐसा व्यक्ति जहां भी जाता है, उसकी एक अलग पहचान बन जाती है। सामुद्रिक शास्त्र में ऐसे व्यक्ति को बहुत आकर्षक माना गया है।
कलाई-कोहनी के बीच के हिस्से में तिल: सामुद्रिक शास्त्र में कहा गया है कि जिन लोगों की दाहिनी कलाई और कोहनी के बीच में तिल होता है, ऐसे लोग बहुत भावुक होते हैं। समाज के विभिन्न विषयों पर इनकी गहरी समझ होती है। लेकिन कई बार यह अपने निर्णयों को भावुकता के कारण बदल देते हैं। जबकि बायीं कलाई और कोहनी के बीच में तिल वाले लोग अधिक प्रेम संबंधों के लिए जाने जाते हैं। ऐसे लोगों का जीवन सच्चे प्रेम की तलाश में बीतता है। ऐसे लोग अपने प्यार को पाने के लिए समाज का विरोध करने वाले और समाज से लड़ने वाले साबित होते हैं।
कोहनी पर तिल: जिनकी दाहिनी कोहनी पर तिल होता है ऐसे लोग बहुत अनुशासित होते हैं। किसी भी कार्य में देरी और आलस्य इनको पसंद नहीं होता है। ऐसे लोग बहुत जिम्मेदार माने जाते हैं। इन्हें झूठ बोलने वाले लोग पसंद नहीं होते हैं। ये अपने निर्णयों को बहुत समझदारी के साथ लेते हैं। बाईं कोहनी पर तिल वाले लोग कल्पनाशील होते हैं। ऐसे लोगों को कलात्मक विषयों में बहुत रुचि होती है। शिक्षा में ऐसे लोग बहुत आगे नहीं बढ़ पाते हैं, लेकिन कला से जुड़े क्षेत्रों में ऐसे लोग अपने नाम का परचम लहराते हैं।
कोहनी से कंधे के बीच तिल: सामुद्रिक शास्त्र में कहा गया है कि जिन लोगों की कोहनी से कंधे के बीच तिल होते हैं, ऐसे लोग बहुत भाग्यशाली होते हैं। ये लोग जिस भी काम को करते हैं, उसमें सफलता प्राप्त होती है। ऐसे लोग प्रतिभा के धनी होते हैं। साथ ही भावुक भी होते हैं। बाईं और कोहनी से कंधे के बीच में तिल होने से व्यक्ति स्पष्टवादी माना जाता है। ऐसे लोग अपने दिल में कोई बात नहीं रखते हैं। इनको अच्छा-बुरा जैसा भी लगता है, तुरंत बताने में यकीन करते हैं। ऐसे लोगों को स्पष्टवादी होने के कारण लोग अक्सर पसंद नहीं करते हैं।