वैदिक ज्योतिष अनुसार जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन या वक्री होता है। तो उसका सीधा असर मानव जीवन और पृथ्वी पर पड़ता है। आपतो बता दें कि बुध 10 मई से वृष राशि में वक्री हो रहे हैं और फिर 13 तारीख को अस्त हो जाएंगे। बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क शक्ति, वाणिज्य, अर्थव्यवस्था, शेयर और व्यापार का दाता कहा जाता है। इसलिए बुध ग्रह के वक्री होने का प्रभाव इन क्षेत्रों पर विशेषकर पड़ेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसीं भी है जिनको इस दौरान सावधान रहने की भी जरूरत है और इनको थोड़ा आर्थिक रूप से भी परेशानी झेलनी पड़ सकती है। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सीं हैं।
मिथुन राशि: बुध ग्रह आपके द्वादश भाव में वक्री होंगे, जिसे हानि और व्यय का स्थान कहा जाता है। इसलिए आप लोगों को थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। व्यापारिक लेन- देन में सतर्कता बरतें। साथ ही सेहत में भी इस दौरान उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। इस राशि के कुछ जातकों को सिर में दर्द की समस्या हो सकती है। खर्चे बढ़ सकते हैं, जिससे आपका बजट बिगड़ सकता है। साथ ही इस समय किसी को धन उधार नहीं दें, अन्यथा पैसा डूब भी सकता है।
कन्या राशि: आप लोगों को बुध देव का वक्री होना थोड़ा कष्टकारी साबित हो सकता है। क्योंकि बुध देव आपके नवम भाव में वक्री होने जा रहे हैं, जिसे भाग्य और विदेश यात्रा का भाव कहते हैं। इस दौरान कन्या राशि के लोगों को भाग्य के सहारे नहीं बैठे रहना चाहिए। क्योंकि इस समय मेहनत से ही सफलता हाथ लगेगी। साथ ही प्रतियोगी छात्रों को किस्मत का कम साथ मिलेगा। पिता के साथ इस राशि के कुछ जातकों की नोकझोंक हो सकती है। धार्मिक-क्रियाकलापों से भी आपका मन हट सकता है। साथ ही अगर आप अभी कहीं व्यवसायिक यात्रा का मन बना रहे हो तो अभी टाल दें तो बेहतर होगा।
धनु राशि: आप लोगों को बुध देव का वक्री होना थोड़ा हानिकारक साबित हो सकता है। क्योंकि बुध देव आपके षष्ठम भाव में वक्री होंगे। जिसे शत्रु और रोग का भाव कहा जाता है। इसलिए आपके विरोधी इस दौरान सक्रिय हो सकते हैं और आपके खिलाफ साजिश रच सकते हैं। मतलब शत्रु पक्ष आपको काम में रुकावट पैदा कर सकता है। वहीं परिवार में भी किसी के साथ नोकझोंक हो सकती है। साथ ही कोई पुराना रोग उभर सकता है या कोई बीमारी हो सकती है।