Mehndi Designs For Good Luck: जब भी कोई त्योहार, पूजा-पाठ या विवाह जैसे शुभ कार्य होते हैं, तो महिलाएं अपने हाथों में खूबसूरत मेहंदी रचाती हैं। आज के समय में मेहंदी को फैशन या सजावट का हिस्सा समझा जाता है, लेकिन असल में इसका महत्व इससे कहीं ज्यादा है। मेहंदी सिर्फ सुंदरता ही नहीं बढ़ाती, बल्कि यह शुभता, प्रेम, धन और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक भी होती है।

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शास्त्रों में भी खास तरह की मेहंदी डिजाइनों को लगाने का विशेष महत्व बताया गया है। ज्योतिष शास्त्र अनुसार, अगर सही समय और सही डिजाइन की मेहंदी रचाई जाए तो इससे आपकी किस्मत चमक सकती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि शास्त्रों में कौन-कौन सी मेहंदी डिजाइन को शुभ माना गया है और क्यों।

स्वास्तिक और ओम् डिजाइन की मेहंदी

मेहंदी में शुभ चिन्ह बनाना बहुत ही शुभ माना जाता है। खासतौर पर स्वास्तिक और ओम् का चिन्ह अगर मेहंदी में बना हो, तो वह अत्यंत मंगलकारी माना जाता है। स्वास्तिक को हर शुभ कार्य में पहली जगह दी जाती है। वहीं ओम् का उच्चारण और चिन्ह आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाने वाला होता है।

कमल और पत्तियों की आकृति वाली मेहंदी

कमल का फूल लक्ष्मी माता को बेहद प्रिय है। यह धन, ऐश्वर्य और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। अगर आप किसी व्रत, पूजा या धन प्राप्ति के लिए कोई काम कर रहे हैं तो कमल या बेल-पत्तियों की डिजाइन वाली मेहंदी लगाना बहुत शुभ माना जाता है। इससे न केवल आपके व्यक्तित्व में आकर्षण बढ़ता है बल्कि आर्थिक उन्नति के रास्ते भी खुलते हैं।

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मंडला डिजाइन की मेहंदी

मंडला डिजाइन देखने में जितनी सुंदर लगती है, इसका आध्यात्मिक महत्व भी उतना ही बड़ा है। मंडला आकृति को मानसिक शांति, संतुलन और ध्यान से जोड़कर देखा जाता है। त्योहारों या किसी भी व्रत के समय अगर आप मंडला डिजाइन वाली मेहंदी लगाते हैं तो मन स्थिर रहता है और कार्यों में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है। यह डिजाइन खासतौर पर युवतियों और नवविवाहित महिलाओं में काफी लोकप्रिय है।

दुल्हन-दूल्हे या राधा-कृष्ण की आकृति की मेहंदी

शादी-ब्याह के मौके पर दुल्हनें अक्सर अपने हाथों पर दूल्हा-दुल्हन या राधा-कृष्ण की आकृति वाली मेहंदी रचाती हैं। इसका सीधा संबंध प्रेम, समर्पण और रिश्तों में मजबूती से होता है। राधा-कृष्ण की आकृति प्रेम का उदाहरण मानी जाती है। ऐसे में विवाह में इस डिजाइन की मेहंदी लगाना दांपत्य जीवन में प्रेम लाने वाला माना जाता है।

गोल चक्र और सूर्य आकृति वाली मेहंदी डिजाइन

सूर्य को शक्ति, आत्मविश्वास और सफलता का प्रतीक माना जाता है। गोल चक्र या सूर्य की आकृति जब हथेलियों के बीच बनाई जाती है तो उससे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। खासकर जब आप किसी नए काम की शुरुआत कर रहे हों या किसी परीक्षा-प्रतियोगिता में जा रहे हों, तब इस तरह की मेहंदी लगाना शुभ माना जाता है।

मोरपंख के डिजाइन की मेहंदी

हाथों में मोरपंख या मोर की आकृति वाली मेहंदी लगाना भी काफी शुभ माना गया है। मोरपंख भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ा हुआ है और इसे सौभाग्य, सौंदर्य और सफलता का प्रतीक माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि मोरपंख वाली मेहंदी से जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है और मानसिक शांति मिलती है।

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