Masik Shivratri 2025 Vrat Katha: हर महीने आने वाली शिवरात्रि को मासिक शिवरात्रि कहते हैं। इस दिन भगवान शिव की पूजा और व्रत करना बेहद शुभ माना जाता है। पंचांग के अनुसार, माघ माह की मासिक शिवरात्रि 27 जनवरी 2025 को है। कहते हैं कि इस दिन भोलेनाथ की सच्चे मन से पूजा करने से सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। वहीं, शिवरात्रि की रात भगवान शिव का रुद्राभिषेक और शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाना बहुत फलदायी माना जाता है। अगर आप भोलेनाथ को प्रसन्न करना चाहते हैं और उनकी कृपा पाना चाहते हैं तो मासिक शिवरात्रि की रात भोलेनाथ की पूजा करें और पूजा के अंत में व्रत कथा जरूर पढ़ें। मान्यता है कि इस दिन व्रत कथा का पाठ करने से पुण्य मिलता है और भोलेनाथ प्रसन्न होकर अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं।

मासिक शिवरात्रि व्रत कथा

शिव पुराण के अनुसार, बहुत समय पहले एक चित्रभानु नाम का शिकारी था। वह जानवरों का शिकार करके अपने परिवार का पेट पालता था। एक दिन वह एक साहूकार के कर्ज में फंस गया। साहूकार ने गुस्से में उसे बंदी बना लिया। उस दिन शिवरात्रि थी और साहूकार के घर भगवान शिव की पूजा हो रही थी। शिकारी ने पूजा की बातें और व्रत कथा ध्यान से सुनी।

शाम को साहूकार ने शिकारी को बुलाया और कर्ज चुकाने की बात की। शिकारी ने अगले दिन कर्ज चुकाने का वादा किया और आजाद हो गया। वह भूखा-प्यासा जंगल में शिकार करने निकला। जब उसे कोई शिकार नहीं मिला, तो वह रात में एक बेल के पेड़ पर चढ़कर सोने की तैयारी करने लगा। उस पेड़ के नीचे एक शिवलिंग था, लेकिन शिकारी को इसका पता नहीं था।

रात के पहले पहर में एक गर्भवती हिरणी पानी पीने आई। शिकारी ने उसे मारने के लिए धनुष उठाया, लेकिन हिरणी ने कहा, “मैं गर्भवती हूं। मुझे बच्चे को जन्म देने दो, फिर मैं लौटकर आऊंगी।” शिकारी ने उसे छोड़ दिया। इस दौरान उसके धनुष से कुछ बेलपत्र शिवलिंग पर गिर गए। इस तरह अनजाने में उसने भगवान शिव का पहला पहर का पूजन कर लिया।

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