वैदिक ज्योतिष के अनुसार जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन या किसी अन्य ग्रह के साथ गोचर करता है तो इसका सीधा असर मानव जीवन पर पड़ता है। आपको बता दें कि ग्रहों के सेनापति मंगल देव 27 जून को अपनी स्वराशि मेष में गोचर करने जा रहे हैं। जहां पहले ही राहु ग्रह विराजमान हैं। इन दोनों ग्रहों की युति से अंगारक योग का निर्माण हो रहा है। जिसको ज्योतिष में शुभ नहीं माना जाता है। क्योंंि मंगल ग्रह स्वयं एक अग्नि तत्व प्रधान ग्रह है। आइए जानते हैं इस योग के निर्माण होने से किन राशि वालों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
वृष राशि: आपकी राशि से अंगारक योग का निर्माण 12वें भाव में हो रहा है। जिसे हानि और व्यय का स्थान कहा जाता है। इसलिए इस दौरान आपके खर्चे बढ़ सकते हैं। जिससे आपका बजट बिगड़ सकता है। इस समय भाई बहन के साथ आपका झगड़ा हो सकता है। इसलिए बोलचाल में संयम बरतें। इस समय शत्रु आपके खिलाफ कोई साजिश कर सकते हैं। व्यापार में इस समय कोई डील करने से बचें अन्यथा नुकसान हो सकता है।
सिंह राशि: आपकी राशि से अंगारक योग का निर्माण नवम भाव में होगा। जिसे भाग्य और विदेश यात्रा का स्थान माना गया है। इसलिए इस समय आपको किस्मत का साथ नहीं मिलेगा। कोई बड़ी डील फाइनल होते- होते रुक सकती है। साथ ही अगर आप विदेश यात्रा की सोच रहे थे तो वो अभी किसी कारणवश कैंसिल हो सकती है। वहीं इस समय वाहन सावधानी से चलाएं, अन्यथा दुर्घटना हो सकती है। वहीं बाहर का खाना खाने से भी बचें। अन्यथा मसालेदार और जंक फूड पाचन संबंधी अन्य समस्याएं पैदा कर सकता है।
तुला राशि: आप लोगों की गोचर कुंडली से अंगारक योग पंचम भाव में बनेगा। जिसे उच्च शिक्षा और लव मेरिज का स्थान कहा जाता है। इसलिए इस समय आपको प्रेम- प्रसंगों में असफलता हाथ लग सकती है। साथ ही उच्च शिक्षा में व्यवधान आ सकता है। इस समय आपकी भाषा खराब हो सकती है और परिवार में झगड़े और वाद-विवाद का कारण बन सकती है। साथ ही इस दौरान आप कार्यस्थल पर अपने सहकर्मियों को अपने प्रति आक्रामक और झगड़ालू महसूस कर सकते हैं।