हिंदू धर्म में विवाहित महिलाओं के लिए पैर की उंगलियों में बिछिया पहनने का महत्व है, इसे खाली छोड़ना मना है। बिछिया के बिना सोलह श्रृंगार अधूरा माना जाता है, इसे सुहाग की निशानी भी कहा जाता है। मान्यता है कि बिछिया पहनने से घर में सुख-समृद्धि आती है। इसके अलावा इसका वैज्ञानिक महत्व भी है। जानकारों के मुताबिक बीच की उंगली में बिछिया पहनने से महिलाओं का स्वास्थ्य अच्छा रहता है।

बाजार में आजकल कई लेटेस्ट डिजाइन की बिछिया उपलब्ध हैं। फैशन की दुनिया में कई महिलाएं कोई भी बिछिया खरीदती और पहनती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा करना आपके लिए और आपके परिवार के लिए शुभ नहीं माना जाता है। आइए आपको बताते हैं कि महिलाओं को पैर में बिछिया पहनते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-

सोने की बिछिया पहनना माना जाता है अशुभ

कई महिलाएं अपने पैरों में सोने की पायल के साथ सोने की बिछिया भी पहनती हैं। मान्यता है कि भगवान विष्णु की प्रिय धातु सोना है और पैरों में सोना धारण करने से लक्ष्मी जी रूठ जाती हैं। इसलिए पैर की उंगलियों में सोने की बिछिया पहनना शुभता का प्रतीक नहीं है।

भूलकर ऐसे न पहनें घुंघरू वाली बिछिया

ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक घुंघरू वाली बिछिया नहीं पहननी चाहिए। चूंकि यह बिछिया चलने पर आवाज करती है और चलने पर आवाज करने वाली बिछिया को अशुभ माना जाता है। इससे आर्थिक नुकसान हो सकता है और पति पर कर्ज भी बढ़ सकता है।

इस उंगली को खाली न रखें

आजकल पैर की सभी उंगलियों में बिछिया पहनना फैशन हो गया है, लेकिन अंगूठे के बाद उंगली में बिछिया पहनना सबसे अच्छा माना जाता है। इसलिए मान्यता है कि अपनी इस उंगली को कभी भी खाली न छोड़ें।

पायल और बिछिया खोना नहीं माना जाता है शुभ

हिंदू धर्म में मान्यता है कि चांदी की पायल और बिछिया को लक्ष्मी जी का वाहक माना जाता है। इसलिए कहा जाता है कि इन्हें सुरक्षित रखना चाहिए। इन्हें खोना बहुत ही अशुभ माना जाता है।

टूटी हुई बिछिया पति को आर्थिक रूप से बनाती है कमजोर

यदि आपका पैर में पहनी हुई बिछिया टूट गई है तो उसे तुरंत बदल दें। मान्यता है कि टूटी हुई बिछिया पहनने से पति को आर्थिक परेशानी हो सकती है, साथ ही उसका करियर भी बर्बाद हो सकता है। इसलिए पैर की उंगलियों में टूटी हुई बिछिया नहीं पहनना चाहिए।