Markesh Dosh In Kundali: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति के जन्म के साथ उनका भाग्य जुड़ जाता है। ऐसे में व्यक्ति के भविष्य, वर्तमान या फिर भूतकाल के बारे में कुंडली को देखकर काफी हद तक जाना जा सकता है। नौ ग्रहों का असर व्यक्ति की कुंडली में हर एक भाव में अलग-अलग होता है। इसके साथ ही कई ग्रह की दशा शुभ, तो कई जातकों के लिए अशुभ भी होता है। इन्हीं दशाओं में एक है मारकेश दोष। इस योग के अशुभ योगों में से एक माना जाता है। जातक की कुंडली में ये योग बनने से उसे शारीरिक, मानसिक, आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं, कई बार यह दशा होने पर जातक को मृत्यु के समान कष्टों को झेलना पड़ता है। जानिए मारकेश योग के बारे में सबकुछ।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार,मारकेश यानी जन्म कुंडली में ऐसा ग्रह, जो मृत्यु या मृत्यु के समान कष्ट दें। यह योग मारक होता है। ऐसे में कुंडली को जांच कर इस बारे में पता लगाया जा सकता है कि व्यक्ति की जीवन की अवधि अल्प, मध्यम अथवा दीर्घ है।

कुंडली में कब बनता है मारकेश योग?

  • मारकेश के लिए कुंडली के दूसरे, छठे, सातवें, आठवें और बारहवें भाव का विश्लेषण किया जाता है। बता दें कि कुंडली में आठवें भाव व्यक्ति की आयु के बारे में होता है। इसके साथ ही छठा भाव रोगों से संबंधित होता है। दूसरे और सातवें भाव को मृत्यु का स्थान माना जाता है। इसके साथ ही बारहवां भाव व्यय (धन खर्च) से संबंधित माना जाता है।
  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में मारकेश योग कई दशाओं पर बनता है। यह अशुभ योग तक बनता है जब तुला लग्न में शुक्र और गुरु पीड़ित होते हैं।
  • कुंडली में राहु-केतु छठे, आठवें या फिर बारहवें भाव में स्थित हो, तो यह योग बनता है।
  • कुंडली में जब धनु लग्न में शुक्र निर्बल और क्रूर ग्रहों के साथ विराजमान होता है, तो मारकेश योग बनता है।

जातक की कुंडली में मारक योग का प्रभाव

  • अगर किसी जातक की कुंडली में मारकेश की दशा है, तो उसे थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है, क्योंकि इस दशा पर व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
  • जातक किसी न किसी रोग से ग्रसित रहता है और इसमें अधिक धन खर्च होता है।
  • कुंडली में मारकेश दशा होने से जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जातक को गंभीर बीमारी, बिजनेस-नौकरी में हानि, समाज में मान-सम्मान की कमी या फिर किसी मित्र या सगे-संबंधी से धोखा तक मिल सकता है।
  • मारकेश योग बनने से जातक को मृत्यु के समान कष्टों का सामना करना पड़ता है। किसी न किसी समस्या से घिरा ही रहता है।
  • है।
  • मारकेश योग में किसी प्रकार की दुर्घटना होने या बार-बार चोट लगने की संभावना अधिक होती है।

मारकेश दशा में करें ये उपाय

  • अगर आपकी कुंडली में मारकेश दशा है, तो भगवान शिव की पूजा करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
  • कुंडली से मारकेश दोष हचाने के लिए करीब सवा लाख बरा महामृत्युंजय मंत्र का जाप अवश्य करें।
    महामृत्युंजय मंत्र- ‘ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम। उर्वारुकमिव बन्धनामृत्येर्मुक्षीय मामृतात्||”
    लघु महामृत्युंजय मंत्र- ‘ॐ जूं स: माम् पालय पालय स: जूं ॐ।’
  • मारक दशा के लिए जातक को “ॐ नमः शिवाय मृत्युंजय महादेवाय नमोस्तुते” मंत्र का रोजाना जाप करना चाहिए।
  • मारकेश दशा के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए श्री राम रक्षा स्तोत्र का पाठ जरुर करना चाहिए।
  • मारकेश दशा के लिए हनुमान जी की पूजा करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इसलिए मंगलवार के दिन व्रत रख सकते हैं। इसके अलावा हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए।