Astrology: मेष और वृश्चिक राशि के जातकों के स्वामी मंगल देव होते हैं। वैदिक ज्योतिष में मंगल देव को पराक्रम और साहस का कारक माना गया है। जिन जातकों की कुंडली में मंगल देव कमजोर स्थिति में हैं, उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ज्योतिष शास्त्र में मंगल देव की शांति के कई उपाय बताए गए है। जिन्हें करने से धन आदि कई लाभ होने की मान्यता है। आइए जानते हैं कि मंगल देव की कृप प्राप्त करने के लिए किन उपायों को करना चाहिए।
मंगल देव की शांति के उपाय
मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें। घर पर या हुनमान जी के मंदिर में जाकर सुंदरकांड का पाठ करें। मान्यता है कि ऐसा करने से हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है।
मंगल ग्रह शांति के लिए पहने मूंगा
ज्योतिष के अनुसार मंगल देव की शांति के लिए मूंगा रत्न पहनना बहुत ही लाभप्रद होता है।
इस तरह करें पूजा
जिन जातकों की कुंडली में मंगल देव कमजोर स्थिति में है, उन्हें हर मंगलवार के दिन सुबह उठकर स्नान आदि के बाद हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। पूजा लाल कपड़े पहनकर करनी चाहिए। इस दिन व्रत रखना भी बहुत लाभप्रद होता है। सुबह या शाम के समय देसी घी का दीपक चलाकर सुंदरकांड का पाठ करें और हनुमान जी को गुड़ व चनें का भोग लगाएं।
इन राशियों के स्वामी होते हैं मंगल देव
वैदिक ज्योतिष के अनुसार मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल देव होते हैं। मंगलवार के दिन हनुमान जी नियमपूर्वक पूजा करने से इस राशि के जातकों को विशेष लाभ होता है। मान्यता है कि ऐसा करने से कारोबार लाभ, नौकरी में प्रमोशन और करियर में सफलता मिलती हैं।
दान करना भी होता है फलदायी
मान्यता के अनुसार मंगलवार के दिन दान करना भी फलदायी होता है। राशि के अनुसार दान करने के कई फायदें होते हैं। मंगलवार के दिन लाल मसूर, गेहूं और मूंग आदि का दान करना चाहिए।