Mangal Vakri 2022: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के राशि परिवर्तन का बड़ा ही महत्व है। हिंदू धार्मिक मान्यता के अनुसार ग्रहों के गोचर से किसी पर अच्छा, तो किसी पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
मंगल देव यानी की मंगल ग्रह 30 अक्टूबर को वक्री होंगे। इससे पहले वह 16 अक्टूबर को गोचर करेंगे। मंगल ग्रह का गोचर मिथुन राशि में होगा। ज्योतिष के अनुसार मंगल देव 30 अक्टूबर 2022 को 6.19 मिनट पर वक्री होंगे और नवंबर की 13 तारीख तक इस अवस्था में रहेंगे। इस दौरान कुछ राशि के जातकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं इस अवधि में किन राशि के जातकों को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
वृश्चिक
इस राशि के जातकों के लिए मंगल देव छठे भाव के स्वामी होते हैं। इस दौरान इस राशि के जातकों को कार्यस्थल पर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।कार्यों को पूरा करने में कठिनाइयां आ सकती है। कुछ जातकों को प्रेम संबंधी मुद्दों से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। स्वास्थ्य संबंधी समस्याए भी हो सकती है।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल ग्रह पांचवें और दसवें भाव के स्वामी होते हैं। जातकों के खर्च बढ़ सकते हैं, जिस कारण धन हानि और आर्थिक परेशानियां बढ़ सकती है। इस दौरान कुछ जातकों को अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा अन्यथा बीमार पड़ सकते हैं।
कुंभ
ज्योतिष के अनुसार इस राशि के जातकों के लिए मंगल ग्रह तीसरे और दसवें भाव के स्वामी होते हैं। जातकों को तनाव संबंधी समस्याएं हो सकती है। कार्यस्थन या किसी भी स्थान पर सोच समझकर ही बात करें, अपनी वाणी पर संयम रखें।
कन्या
मंगल देव इस राशि के लिए आठवें भाव के स्वामी होते हैं। इस दौरान इस राशि के जातकों पर काम का दबाव बढ़ सकता है। किसी भी काम को पूरा करने में अधिक समय और मेहनत लग सकता है।
वृषभ
मंगल ग्रह दूसरे भाव के स्वामी होते हैं। खर्च बढ़ सकते हैं और आर्थिक परेशानी भी आ सकती है। प्रेम जीवन के लिए यह समय थोड़ा प्रतिकूल हो सकता है।