Mars Planet Transit 2022: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक हर ग्रह एक निश्चित समय अवधि पर गोचर करता है। ग्रहों का यह गोचर किसी के लिए शुभ रहता है तो किसी के लिए अशुभ। आपको बता दें कि ग्रहों के सेनापति मंगल 17 मई को मीन राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। मंगल के इस गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसीं हैं, जिनको यह गोचर लाभकारी सिद्ध हो सकता है। आइए जानते हैं ये कौन सीं राशियां हैं…
वृष राशि: आपकी राशि से मंगल ग्रह गोचर 11वें भाव में होगा। जिसे आय और लाभ का भाव कहा जाता है। इसलिए इस समय आपकी इनकम में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। साथ ही कारोबार में अच्छा मुनाफा हो सकता है। आर्थिक पक्ष मजबूत होगi । इस समय आपकी कार्यशैली में निखार आएगा, जिससे आपकी ऑफिस में तारीफ हो सकती है। साथ ही इस समय वरिष्ठजनों और सीनियर का आपको सहयोग प्राप्त हो सकता है। वहीं मंगल ग्रह आपके सप्तम भान के स्वामी हैं। इसलिए इस समय आपको जीवनसाथी का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। साथ ही साझेदारी के काम में सफलता मिल सकती है या फिर आप साझेदारी का काम शुरू भी कर सकते हैं।
मिथुन राशि: आप लोगों के लिए मंगल ग्रह का गोचर लाभप्रद साबित हो सकता है। क्योंकि आपकी राशि से मंगल ग्रह का गोचर दशम स्थान में होगा, जिसे कर्म और जॉब का भाव कहा जाता है। इसलिए इस समय आपको नई नौकरी का प्रस्ताव आ सकता है। साथ ही अगर आप जॉब कर रहे हैं, तो आपका प्रमोशन और अप्रेजल हो सकता है। साथ ही नए व्यवसायिक संबंध बन सकते हैं। साथ ही इस दौरान कारोबार का भी विस्तार हो सकता है। प्रापर्टी और वाहन के लेन- देन में भी फायदा हो सकता है। व्यापार में कोई बड़ी नई डील भी फाइनल हो सकती है। साथ ही बिजनेस में निवेश के लिए भी यह समय अनुकूल है।
कर्क राशि: आपकी राशि से मंगल ग्रह का गोचर नवम भाव में होगा। जिसे जिसे भाग्य और विदेश स्थान कहा जाता है। इसलिए इस समय आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। साथ ही बहुत दिनों से अटके हुए काम पूरे होंगे। जो लोग सरकारी टेंडर लेना चाह रहे हैं उनके लिए समय अनुकूल है। वहीं इस दौरान आप व्यापार के सिलसिले से किसी यात्रा पर भी जा सकते हैं। जिसका आपको भविष्य में फायदा हो सकता है। वहीं प्रतियोगी विद्यार्थियों को इस समय किस्मत का पूरा साथ मिलेगा। इस समय आपकी आध्यात्म मे रूचि बढ़ सकती है। साथ ही किसी परीक्षा में सफलता हाथ लग सकती है। आपको बता दें कि जब कोई ग्रह नवम, दशम और 11वें भाव में गोचर करता है, तो वह शुभ फलदायी होता है।