Mangal Planet Vakri: ज्योतिष शास्त्र अनुसार हर ग्रह एक निश्चित समय अवधि पर एक राशि से दूसरी राशि में गोचर और वक्री होता है। जिसका प्रभाव देश- दुनिया सहित सभी राशियों पर देखने को मिलता है। आपको बता दें कि साहस और शौर्य के दाता मंगल ग्रह मिथुन राशि में वक्री हुए हैं। जिससे 3 राशि के जातकों को अच्छा धनलान और उन्नति के योग बनेंगे। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सी हैं…

कुंभ राशि: मंगल ग्रह का मिथुन राशि में वक्री होना आप लोगों को लाभदायक साबित हो सकता है। क्योंकि मंगल ग्रह ने आपकी गोचर कुंडली के पंचम भाव में वक्री हुए हैं। जिसे संतान और उच्च शिक्षा का स्थान कहा जाता है। इसलिए इस समय आपको संतान पक्ष से कोई शुभ समाचार मिल सकता है। साथ ही प्रतियोगी छात्रों कों किसी परीक्षा में अच्छी सफलता मिल सकती है। ऊर्जा और उत्साह में वृद्धि होगी। वहीं नौकरी, कारोबार में लाभ की स्थिति बन सकती है। मंगल की उल्टी चाल होते ही आपकी राशि में गुप्त धन लाभ के योग बनेंगे।

सिंह राशि: मंगल ग्रह का वक्री होना सिंह राशि के जातकों के लिए करियर और व्यापार में सफलता भरा साबित हो सकता है। क्योंकि मंगल ग्रह आपके 11वें स्थान में वक्री हुए हैं। जिसे इनकम और लाभ स्थान माना जाता है। इसलिए व्यापारिक दृष्टिकोण से नई रणनीतियां लाभ देंगी. खर्चे कम होंगे और आय के साधन बढ़ सकते हैं। साथ ही कोई बड़ी व्यापारिक डील फाइनल हो सकती है। जिससे आपको भविष्य में अच्छा धनलाभ हो सकता है। वहीं इस समय आपके स्त्रोत के नए माध्यम बन सकते हैं।

वृष राशि: आप लोगों के लिए मंगल ग्रह का वक्री होना शुभ फलदायी साबित हो सकता है। क्योंकि मंगल ग्रह आपकी राशि से दूसरे स्थान में वक्री हुए हैं। जिसे वाणी और धन का स्थान माना जाता है।  कर्ज, उधार में लंबे समय से फंसा रुपया भी वापस मिल सकता है। बिजनेस के सिलसिले से की गई लंबी यात्राएं लाभकारी साबित हो सकती है।

साथ ही इस समय आप प्रापर्टी और शेयर बाजार में भी निवेश कर सकते हैं। जो आपके लिए शुभ साबित हो सकता है। वहीं जो लोग लंबे समय से नौकरी की तलाश में जुटे हैं, उन्हें भी कामयाबी मिल सकती है।