Mahadridra Yog: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नवग्रह एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते है। ऐसे ही ग्रहों के सेनापति मंगल करीब 45 दिनों के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। बता दें कि 1 जून को दोपहर 03 बजकर 27 मिनट पर मंगल अपनी मूल त्रिकोण राशि मेष राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में मीन राशि में बन रहा अंगारक योग समाप्त हो जाएगा, क्योंकि मंगल और राहु अलग हो गए हैं। लेकिन जहां अंगारक योग समाप्त हो रहा है, तो वहीं ‘महा CXदरिद्र’ नामक योग का निर्माण हो रहा है। इस योग को अशुभ योगों में से एक माना जाता है। इसके साथ ही शनि, राहु, मंगल, गुरु, बुध , शुक्र एक ही लाइन में है। महादरिद्र योग बनने से कुछ राशि को जातकों धन हानि के साथ कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं महादरिद्र योग बनने से किन राशियों को रहना होगा सतर्क…
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, छठे, आठवे और बारहवें भाव के स्वामी धनेश यानी धन भाव में बैठे हो, तो महादरिद्र योग का निर्माण होता है।
मेष राशि (Mesh Zodiac)
मेष राशि में केंद्र में अकेला मंगल बैठा हुआ है। इसके साथ ही छठे भाव का स्वामी बुध, आठवें भाव के शुक्र और बारहवें भाव के स्वामी गुरु धन भाव बैठे हुए हुए। ऐसे में महादरिद्र योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में इस राशि के जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। लहर काम में किसी न किसी तरह से अ़ड़चनें उत्पन्न हो सकती है। पदोन्नति के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है। आर्थिक स्थिति की बात करें, तो ये धन तो खूब कमाएंगे। लेकिन अधिक खर्च से परेशान रह सकते हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य को लेकर भी थोड़ा सतर्क रहें।
मिथुन राशि (Mithun Zodiac)
इस राशि के स्वामी बुध बारहवें भाव में विराजमान है। इसके साथ ही बारहवें भाव में शुक्र, गुरु और मंगल और बैठे हैं। केंद्र और त्रिकोण के स्वामी एक साथ बैठे होने में महादरिद्र योग इस राशि के जातकों के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है। छोटे से छोटे काम के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। कोई प्रोजेक्ट या फिर डील मिलने में समय लग सकता है। इसके साथ ही आपका ध्यान काम से हट सकता है। परिवार या फिर पार्टनर के साथ किसी बात को लेकर वाद-विवाद हो सकता है। इसके लिए व्यापार करने वालों को भी किसी भी प्रकार के निवेश करने से बचना चाहिए। यह समय आपके लिए संघर्षपूर्ण साबित हो सकता है।
कर्क राशि (Kark Zodiac)
इस राशि में मंगल दशम भाव में विराजमान है। इसके साथ ही लाभ स्थान में गुरु, बुध, शुक्र, राहु विराजमान है। ऐसे में इस राशि के जातकों के लिए भी महादरिद्र योग लाभकारी सिद्ध नहीं हो सकता है। किसी भी काम को करते समय थोड़ी सावधानी बरतें, क्योंकि इससे आपको हानि का सामना करना पड़ सकता है। रिश्तों में खटास उत्पन्न हो सकती है। इसलिए बेकार के गुस्से से बचने की कोशिश करें। जीवन में कई तरह की कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है।
कन्या राशि (Kanya Zodiac)
इस राशि के जातकों के लिए भी महादरिद्र योग अच्छा साबित नहीं होगा। भाग्य स्थान के त्रिकोण के अंदर महादरिद्र योग बन रहा है। राजयोग बनने के कारण पैसा तो खूब आएगा, लेकिन एक पैसा बचत करने से सफल नहीं होंगे। बेकार के खर्च से परेशान हो सकते हैं। कार्यस्थल में किसी बात को लेकर झड़प हो सकती है। इससे आपके लिए आने वाले समय में समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। इसलिए थोड़ा सोच-समझकर किसी भी तरह का निर्णय लें। जीवन में कई तरह की समस्याएं आ सकती है। जिन्हें आपको मजबूती के साथ हल करना है। स्वास्थ्य को लेकर भी थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है। किसी भी तरह का निवेश करने से पहले सोच समझ लें, क्योंकि धन हानि के योग बन रहे हैं।
धनु राशि (Dhanu Zodiac)
धनु राशि में केंद्र में राहु और केतु विराजमान है। इसके साथ ही धनु राशि के स्वामी गुरु छठे भाव में और इसके अलावा बुध, शुक्र, मंगल, भी विराजमान है। ऐसे में महा दरिद्र योग इस राशि के जातकों के लिए भी ज्यादा हानिकारक साबित हो सकता है। हर काम में किसी न किसी तरह से अड़चनें उत्पन्न हो सकती है। पैसों की तंगी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में कर्ज लेने तक की नौबत आ सकती है। नौकरीपेशा जातकों के जीवन में भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसके साथ ही व्यापार में किसी भी प्रकार का सौदा करने से बचें, क्योंकि इससे आपको धन हानि हो सकती है।
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