हर व्यक्ति चाहता है कि उसके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहे और धन की कभी कमी न हो। जिसके लिए वो कठिन परिश्रम भी करता है। लेकिन कई बार मेहनत के बाद भी उचित फल की प्राप्ति नहीं हो पाती है। वास्तु शास्त्र की मानें तो इसके पीछे की वजह घर का खराब वास्तु हो सकता है। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं वास्तु शास्त्र के कुछ ऐसे उपायों के बारे में जिन्हें आजमाकर घर का वास्तु दोष दूर होने के साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि आने की भी मान्यता है।
वास्तु शास्त्र अनुसार धन प्राप्ति के लिए अक्वेरियम को हमेशा घर के उत्तर-पूर्व दिशा में रखना चाहिए। अक्वेरियम के अंदर काले और सुनहरे यानी गोल्डन रंग की मछली जरूर डालनी चाहिए। मान्यता है कि इससे घर परिवार में कभी धन की कमी नहीं होती है।
वास्तु शास्त्र अनुसार कमरे की खिड़कियों में क्रिस्टल लगाना चाहिए। जब सूर्य की किरणें उन पर पड़ती है तो इंद्रधनुष की आकृति का निर्माण होता है। माना जाता है इससे सकारात्मक ऊर्जा आती है। जिससे घर परिवार में सुख शांति का माहौल रहता है।
घर में सुख समृद्धि बनी रही इसके लिए घर का मुख्य द्वार जितना हो सके उतना साफ रखना चाहिए। मेन गेट में दो पल्ले होने चाहिए और इसका रंग घर से अलग होना चाहिए।
घर के मुखिया को भगवान शिव और चंद्र देव के मंत्रों का रोजाना जप करना चाहिए इससे घर परिवार में खुशनुमा माहौल बना रहता है।
शनिदेव की कृपा प्राप्त करने के लिए घर के पश्चिम दिशा में शनि यंत्र की स्थापना करनी चाहिए। मान्यता है कि इससे जीवन में आने वाली सभी समस्याओं का अंत हो जाता है।
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घर की पूर्व दिशा में सूर्य यंत्र की स्थापना करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा नहीं आ पाती। इससे नौकरी और व्यापार में सफलता प्राप्त होने की संभावना बढ़ जाती है। पूर्वमुखी घर के मुख्य द्वार के बाहर ऊपर की तरफ सूर्य का चित्र लगाना चाहिए।
वास्तु अनुसार घर में एक ही मुख्य दर्पण होना चाहिए। घर के मुख्य द्वार पर कभी भी कांच नहीं होना चाहिए। उत्तर दिशा में शीशा लगाने से आय और धन की वृद्धि होने की मान्यता है।
घर परिवार के सदस्यों की तरक्की में कभी बाधा न आए इसके लिए वास्तु अनुसार घर के मुख्य द्वार पर काले घोड़े की नाल लगानी चाहिए। इससे किसी की बुरी नजर नहीं लगती है।