Makar Sankranti 2024 Date, Time, Puja Muhurat in India (मकर संक्रांति कब है 2024): शास्त्रों में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है। वहीं मकर संक्रांति को अलग-अलग प्रदेशों में विभिन्न नामों से जाना जाता है। उत्तर भारत में जहां इसे मकर संक्रांति कहा जाता है। वहीं, असम में इस दिन बिहू और दक्षिण भारत में इस दिन पोंगल मनाया जाता है। इस दिन सूर्य दक्षिणायन होते हैं। वहीं इस दिन दान, स्नान का भी विधान है। इस दिन गंगा में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही इस दिन विशेष रूप से सूर्य देव की पूजा की जाती है। आपको बता दें कि इस 3 विशेष योग बन रहे हैं, जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। आइए जानते हैं ये शुभ योग कौन से हैं और तिथि…
मकर संक्रांति तिथि 2024 (Makar Sankranti 2024 Tithi)
वैदिक ज्योतिष अनुसार सूर्य देव 15 जनवरी को मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इस दिन सूर्य देव सुबह 2 बजकर 45 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसलिए मकर संक्रांंति का त्योहार 15 जनवरी को ही मनाया जाएगा।
रवि योग में करें स्नान और सूर्य देव की पूजा
वैदिक पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति पर इस साल 3 शुभ योग बन रहे हैं। जिसमें रवि योग सुबह 7 बजकर 15 से शुरू होकर सुबह 8 बजकर 7 मिनट पर समाप्त होगा। आपको बता दें कि इस योग में सरोवर और पवित्र नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है। वहीं इस योग में भगवान सूर्य की पूजा करने का विधान है। जो व्यक्ति इस योग में भगवान सूर्य की अराधना करेगा, उसे मान- सम्मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी। साथ ही उसे आरोग्यता की प्राप्ति होगी।
बन रहे महापुण्य और वरियान योग
वहीं इस दिन महापुण्य और वारियान योग का भी निर्माण हो रहा है। जिसमें महापुण्य योग में नदी में स्नान करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही इस योग में अन्न, कम्बल, घी, वस्त्र, चावल, दाल, सब्जी, नमक और खिचड़ी का दान करना सर्वोत्तम माना जाता है। वहीं इस बार वरियान योग भी बन रहा है, जिसमे कुबेर और शुक्र के मंत्रों का जप करना विशेष लाभप्रद रहता है। वहीं शुक्र मंंत्र का जाप करने से जीवन में सुख- समृद्धि का वास रहता है। साथ ही धन आगमन के मार्ग खुलते हैं।