Mahamrityunjaya Mantra Lyrics in Hindi: पंचांग के अनुसार, इस साल महाशिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी 2025 को मनाया जा रहा है। यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव की पूजा करने और उनका अभिषेक करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है। शास्त्रों में भगवान शिव के कई चमत्कारिक मंत्र बताए गए हैं। इन्हीं में से एक महामृत्युंजय मंत्र है। ऐसे में महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर आज हम आपको भगवान शिव के सबसे प्रभावशाली महामृत्युंजय मंत्र के बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं इस मंत्र की विधि, नियम, अर्थ और लाभ के बारे में।

महामृत्युंजय मंत्र क्यों है खास?

सनातन धर्म में भगवान शिव को सर्वोच्च देव माना गया है। इन्हें देवों के देव महादेव कहा जाता है और ये कालों के भी काल महाकाल हैं। ऐसा कहा जाता है कि इनकी कृपा से बड़े से बड़ा संकट टल जाता है। शास्त्रों में भगवान शिव के कई चमत्कारी मंत्र बताए गए हैं, लेकिन महामृत्युंजय मंत्र को सबसे प्रभावी और दिव्य माना गया है। ऐसा माना जाता है कि महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को लंबी उम्र, स्वास्थ्य और खुशहाली का आशीर्वाद मिलता है। अगर आप भय, रोग और अकाल मृत्यु से बचना चाहते हैं, तो महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना बेहद लाभकारी हो सकता है। इस मंत्र का उल्लेख ऋग्वेद और यजुर्वेद में भी मिलता है।

महामृत्युंजय मंत्र

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥

हिंदी में इसका अर्थ है- इस पूरे संसार के पालनहार, तीन नेत्र वाले भगवान शिव की हम पूजा करते हैं। इस पूरे विश्व में सुगंध फैलाने वाले भगवान शंकर हमें मृत्यु के बंधनों से मुक्ति प्रदान करें, जिससे कि मोक्ष की प्राप्ति हो जाए।

कैसे करें महामृत्युंजय मंत्र का जाप?

महामृत्युंजय मंत्र का जाप सवा लाख बार करने का महत्व है, लेकिन अगर यह संभव न हो तो आप 108 बार भी कर सकते हैं। महाशिवरात्रि के दिन इस मंत्र का जाप विशेष फलदायी होता है। लेकिन अगर आप अन्य माह में इस मंत्र का जाप करना चाहते हैं तो सोमवार से शुरू कर सकते हैं। इस मंत्र के जाप में रुद्राक्ष की माला का उपयोग करें। शिवलिंग का अभिषेक करते हुए इस मंत्र का जाप करना बेहद शुभ माना जाता है। इस बात का ध्यान रखें कि मंत्र जाप के दौरान कुशा के आसन पर बैठें और पूर्व दिशा की ओर अपनी मुख रखें।

महामृत्युंजय मंत्र के फायदे

  • धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस मंत्र के प्रभाव से मनुष्य का अकाल मृत्यु का भय खत्म हो जाता है।
  • इस मंत्र का जाप करने से स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं और व्यक्ति निरोगी रहता है।
  • अगर कोई व्यक्ति महामृत्युंजय मंत्र का नियमित जाप नहीं कर सकता तो सिर्फ इसे सुनने से भी नकारात्मकता दूर हो जाती है।
  • इस मंत्र के प्रभाव से तनाव और चिंता दूर होती है और मन को शांति मिलती है।
  • ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और धन, सुख और समृद्धि का वरदान मिलता है।

महामृत्युंजय मंत्र के जाप में ये गलतियां न करें

  • महामृत्युंजय मंत्र का सही उच्चारण बेहद जरूरी है, अन्यथा इसका दुष्प्रभाव हो सकता है। इसलिए इस मंत्र का उच्चारण सही तरीके से करें।
  • मंत्र जाप के दौरान साफ जगह पर बैठें और कुशा या ऊन के आसन का प्रयोग करें।
  • इस मंत्र का जाप सिर्फ रुद्राक्ष की माला से ही करना चाहिए।
  • महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते समय शिवलिंग पर जल या दूध चढ़ाना शुभ माना जाता है।
  • मंत्र का जाप रोजाना एक निश्चित संख्या में करें। अगले दिन इनकी संख्या बढ़ा लें, लेकिन कम न करें।
  • महामृत्युंजय मंत्र का जाप हमेशा पूर्व दिशा की ओर मुख करके ही करना चाहिए।

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