Maha Shivratri (Mahashivratri) 2020 Date: महाशिवरात्रि पर्व इस बार 21 फरवरी को मनाया जायेगा। हिंदू धर्म में इस दिन को बेहद ही खास माना जाता है। शिव भक्ति इस खास दिन पर व्रत रख शिवजी की विशेष पूजा अर्चना करते हैं। ये महाशिवरात्रि कई मायनों में खास रहने वाली है। क्योंकि इस दिन 59 साल बाद विशेष संयोग बन रहा है। यह योग है शश योग। इस दिन चंद्र शनि की मकर राशि में युति हो रही है। चूंकि चंद्रमा मन तथा शनि ऊर्जा का कारक ग्रह है इसलिए इस योग के बनने से साधना सिद्धि के लिए ये दिन खास रहेगा।

दूसरी खास बात ये है कि महाशिवरात्रि के पावन दिन पर सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। जिसमें शुभ कार्य संपन्न करने से लाभ मिलता है। इसी के साथ 117 साल बाद शनि और शुक्र का दुर्लभ योग भी महाशिवरात्रि के दिन बन रहा है। इस शिवरात्रि शनि अपनी राशि मकर में मौजूद रहेंगे और शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में रहेंगे। बताया जा रहा है कि ये स्थिति 1903 में बनी थी। इस योग के कारण भगवान शिव की अराधना करने से शनि, गुरु और शुक्र ग्रह मजबूत होंगे।

शुभ संयोगों में शिवलिंग का ऐसे करें जलाभिषेक: शिव लिंग का गंगाजल, गाय का दूध और घी, दही, शक्कर, शहद के साथ अभिषेक करें। वंश वृद्धि में ये सहायक होगा। चंदन, बिल्वपत्र, विजया, अर्क पुष्प का प्रयोग करते हुए सूखे मेवे का भोग लगाएं। इस दिन महामृत्युंजय मंत्र का जप करने से शिवजी की विशेष कृपा मिलती है।

महाशिवरात्रि पूजा मुहूर्त: शिवरात्रि की पूजा रात्रि में एक बार या चार बार की जा सकती है। रात्रि के चारों प्रहर में शिव पूजा की जा सकती है। यहां देखिए चारों प्रहर में पूजा का समय…
महा शिवरात्रि शुक्रवार, फरवरी 21, 2020 को
निशिता काल पूजा समय – 12:09 ए एम से 01:00 ए एम, फरवरी 22
अवधि – 00 घण्टे 51 मिनट्स
22 फरवरी को, शिवरात्रि पारण समय – 06:54 ए एम से 03:25 पी एम

रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय – 06:15 पी एम से 09:25 पी एम
रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय – 09:25 पी एम से 12:34 ए एम, फरवरी 22
रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय – 12:34 ए एम से 03:44 ए एम, फरवरी 22
रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय – 03:44 ए एम से 06:54 ए एम, फरवरी 22
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ – फरवरी 21, 2020 को 05:20 पी एम बजे
चतुर्दशी तिथि समाप्त – फरवरी 22, 2020 को 07:02 पी एम बजे