ओम जय शिव ओंकारा आरती के बारे में तो सभी जानते हैं। लेकिन भगवान शिव की एक और आरती है जिसे उतारकर आप शिव शंकर को प्रसन्न कर सकते हैं। ये आरती है हर हर महादेव की। शिव को देवों का देव महादेव भी कहा जाता है। भोलेनाथ की इस आरती से मनुष्य के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उसे गृहस्थ सुख की प्राप्ति होती है। पढ़ें शिवजी की आरती…
Shiv Ji Ki Aarti: यहां पढ़े पार्वती शिव जी की आरती लिरिक्स इन हिंदी
शिव आरती (Shiv Ji Ki Aarti):
हर हर हर महादेव!
सत्य, सनातन, सुन्दर, शिव सबके स्वामी।
अविकारी अविनाशी, अज अन्तर्यामी॥
हर हर हर महादेव!
आदि, अनंत, अनामय, अकल कलाधारी।
अमल, अरूप, अगोचर, अविचल, अघहारी।। हर-हर…
ब्रह्मा, विष्णु, महेश्वर, तुम त्रिमूर्तिधारी।
कर्ता, भर्ता, धर्ता तुम ही संहारी।। हर-हर…
रक्षक, भक्षक, प्रेरक, प्रिय औघरदानी।
साक्षी, परम अकर्ता, कर्ता, अभिमानी।। हर-हर…
मणिमय भवन निवासी, अतिभोगी, रागी।
सदा श्मशान विहारी, योगी वैरागी।। हर-हर…
छाल कपाल, गरल गल, मुण्डमाल, व्याली।
चिताभस्म तन, त्रिनयन, अयन महाकाली।। हर-हर…
प्रेत पिशाच सुसेवित, पीत जटाधारी।
विवसन विकट रूपधर रुद्र प्रलयकारी।। हर-हर…
शुभ्र-सौम्य, सुरसरिधर, शशिधर, सुखकारी।
अतिकमनीय, शान्तिकर, शिवमुनि मनहारी।। हर-हर…
निर्गुण, सगुण, निरंजन, जगमय, नित्य प्रभो।
कालरूप केवल हर! कालातीत विभो।। हर-हर…
सत्, चित्, आनंद, रसमय, करुणामय धाता।
प्रेम सुधा निधि, प्रियतम, अखिल विश्व त्राता। हर-हर…
हम अतिदीन, दयामय! चरण शरण दीजै।
सब विधि निर्मल मति कर अपना कर लीजै। हर-हर…
Shiv Mantra: शिव के प्रभावशाली मंत्र और उनसे मिलने वाला फल…
एकाक्षरी महामृत्युंजय मंत्र- ‘हौं’. इस मंत्र के जाप से स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
त्रयक्षरी महामृत्युंजय मंत्र- ‘ऊं जूं स:’ इससे आपको कोई भी बीमारी परेशान नहीं करेगी.
चतुराक्षी महामृत्युंजय मंत्र- ‘ऊं हौं जूं स:’ सर्जरी और दुर्घटना जैसी संभावनाएं हो तो ये मंत्र लाभकारी होता है।
दशाक्षरी महामृत्युंजय महामंत्र- ‘ऊं जूं स: माम पालय पालय’ इसे अमृत मृत्युंजय मंत्र कहते हैं। जिसके लिए इस मंत्र का जाप करना है, उसका नाम इस मंत्र में प्रयोग करें। इसके जाप से पहले तांबे का एक बर्तन सें उसमें जल भरकर उस व्यक्ति के सामने इस मंत्र का जाप करें जिसके स्वस्थ होने की आप कामना कर रहे हैं। फिर उस जल को उसे पिलाएं।
मृत संजीवनी महामंत्युंजय मंत्र-
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ !!
ज्योतिषी कहते हैं कि महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से कोई भी रोग दूर हो जाता है।

