महाशिवरात्रि के इस पावन त्योहार के अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में इस साल विशेष आयोजन किया जा रहा है। 21 फरवरी को चार प्रहर में बाबा की आरती होगी। श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए मंदिर प्रशासन के सीईओ विशाल सिंह ने बुधवार को बताया कि शिवरात्रि पर भारी भीड़ होने के वजह से मंदिर में प्रवेश और निकासी के लिए अलग-अलग मार्ग बनाए गए हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह ने बताया कि 21 फरवरी को भोर में मंगला आरती 2.15 पर शुरू होगी। इसके बाद 3.30 बजे से श्रद्धालुओं के दर्शन की सुविधा के लिए मंदिर के कपाट खोले जाएंगे। मध्यान भोग आरती दोपहर 12.00 बजे से 12.30 बजे तक चलेगी। रात्रि में चार प्रहर की आरती होगी।
पहले प्रहर की आरती 10.50 बजे शुरू होकर रात 12.30 बजे तक, दूसरी प्रहर की आरती 21 और 22 फरवरी की मध्य रात्रि में 1.20 बजे से शुरू होकर 2.30 बजे तक खत्म होगी। उन्होंने बताया कि तीसरे पहर की आरती 22 फरवरी को भोर में 2.55 से 4.35 तक चलेगी। इसके बाद चौथे प्रहर की आरती 22 को ही सुबह 4.55 बजे से 6.15 बजे तक चलेगी।
मंदिर प्रशासन के सीईओ विशाल सिंह ने बताया कि देश व विदेश से लाखों श्रद्धालु काशी आएं। शिवरात्रि पर बाबा के दर्शन व पूजन के साथ ही झांकी के दर्शन की व्यवस्था निरंतर चलती रहेगी। उन्होंने बताया कि सुगम दर्शन का टिकट लेने के लिए लोग एक दिन पहले 20 फरवरी की शाम तक आनलाइन या काउंटर के लिए जा सकेंगे।
विशाल सिंह ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह अपना मोबाइल, पेन, इलेक्ट्रॉनिक घड़ी, हेड फोन, तंबाकू आदि वस्तुओं को साथ न लाए। महाशिवरात्रि पर पहली दफा काशी में तीन दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया गया। पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव ने बताया कि महाशिवरात्रि पर राजघाट पर तीन दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव का पर्यटन विभाग के जरिए आयोजित किया गया।
इस महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 20 फरवरी की शाम करेंगे। 22 फरवरी तक चलने वाले इस महोत्सव में प्रतिदिन या हर दिन कलाकारों की ओर से शिव तांडव नृत्य सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुती होगी। अंतिम दिन 22 फरवरी को इस महोत्सव का समापन प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य करेंगे। इस महोत्सव के लिए सरकार ने 50 लाख रुपए जारी कर दिए हैं।