महाशिवरात्रि का पावन त्योहार इस वर्ष 21 फरवरी को मनाया जा रहा है। फाल्गुन मास में आने वाली ये शिवरात्रि शिव भक्तों के लिए बेहद ही खास होती है। तभी तो इसे महाशिवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान शिव के मंदिरों में शिवलिंग का जलाभिषेक करने के लिए भक्तों का तांता लगा रहता है। शिव और शक्ति के मिलन के इस रात्रि पर शिव भक्त नाच गाकर इसका जश्न मनाते हैं। देखिए महाशिवरात्रि के प्रसिद्ध भजन और शिव जी की आरती…
शिवजी को भोलेनाथ कहा गया है क्योंकि ये अपने भक्तों की जल्दी सुन लेते हैं। कहा जाता है जो भक्त सच्चे मन से इन्हें याद करता है भगवान शिव उसके सारे दुख दूर कर देते हैं। शिव शंकर की पूजा बिना इनकी आरती को उतारे पूरी नहीं मानी जाती। यहां देखिए जय शिव ओंकारा आरती का वीडियो…
महाशिवरात्रि आयी सुखों की रात्रि आयी भजन…
दूर उस आकाश की गहराइयों में, इक नदी से बह रहे हैं आदियोगी…
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शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti):
जय शिव ओंकारा ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥
एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥
दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥
अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी ।
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे ।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।
जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका ।
प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥
काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।
नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥
त्रिगुण शिवजीकी आरती जो कोई नर गावे ।
कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥
दूर उस आकाश की गहराइयों में, एक नदी से बह रहे हैं आदियोगी,
शून्य सन्नाटे टपकते जा रहे हैं, मौन से सब कह रहे हैं आदियोगी…
VIDEOS- कैसे, कब, क्यों करें शिव की पूजा और महाशिवरात्रि से जुड़े वीडियो यहां देखें