Chandra Grahan 2020 Date: साल का आखिरी और चौथा चंद्रग्रहण 30 नवंबर, सोमवार के दिन लगने वाला है। साल 2020 में इससे पहले भी जनवरी, जून और जुलाई में तीन चंद्रग्रहण लग चुके हैं। बताया जाता है कि चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा को कष्ट झेलने पड़ते हैं। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इसका बहुत अधिक महत्व बताया गया है।
साथ ही इसके धार्मिक पहलु को भी बहुत खास माना जाता है। कहते हैं कि ग्रहण काल में जहां एक तरफ ग्रह को दिक्कत सहनी पड़ती है वहीं इससे जुड़ी मान्यताएं बहुत खास होती हैं। विद्वानों का मानना है कि अगर ग्रहण के दौरान कुछ कार्य किए जाएं (What to do During Chandra Grahan) तो इसका अनेकों गुणा अधिक फल प्राप्त होता है। इसलिए ही धार्मिक पहलु से चंद्रग्रहण को बहुत अद्भुत परिणाम देने वाला माना गया है।
चंद्रग्रहण के दौरान यह कोशिश करनी चाहिए कि आप चंद्रमा के मंत्रों का जाप करें। कहते हैं कि चंद्रमा के मंत्रों का श्रद्धापूर्वक जाप करने से चंद्र देव की कृपा प्राप्त होती है। क्योंकि ऐसी मान्यता है कि चंद्रग्रहण के दौरान चंद्र देव को पीड़ा सहनी पड़ती है ऐसे में मंत्र जाप से उनकी शक्ति बढ़ती है और वह स्वयं को कष्टों से दूर करने वाले व्यक्ति पर दयावान हो कृपा बरसाते हैं।
अपने ईष्ट देव के मंत्रों का जाप करना चाहिए। कहते हैं कि चंद्रग्रहण सूतक काल के दौरान अपने ईष्ट देव के मंत्रों का जाप करने से चंद्र देव से मिलने वाले नकारात्मक प्रभावों से बचा जा सकता है। बताया जाता है कि चंद्रग्रहण के दौरान जिस प्रकार चंद्र देव को पीड़ा सहनी पड़ती है उसी प्रकार वह नकारात्मक ऊर्जा से घिरे हुए व्यक्ति पर अपना नकारात्मक प्रभाव छोड़ते हैं। लेकिन अगर कोई व्यक्ति अपने ईष्ट देव का ध्यान करे और मंत्र जाप करे तो वह इससे बच सकता है।
चंद्रग्रहण का सूतक काल लगने से पहले खाद्य पदार्थों में तुलसी का पत्ता डालना चाहिए। बताया जाता है कि ऐसा करने से खाने में चंद्रग्रहण की नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाती हैं। इसलिए ध्यान रखें कि चंद्रग्रहण शुरू होने से पहले ही अपने घर के कच्चे और पके हुए खाने में तुलसी का एक-एक पत्ता जरूर डालें।