आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा यानी 16 जुलाई दिन मंगलवार को चन्द्र ग्रहण लगने वाला है, जो भारत में भी दिखेगा। ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण के समय बहुत से कार्यों को करने की मनाही होती है। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव ज्यादा रहता है। खासकर गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण के समय विशेष रूप से अपना ध्यान रखना होता है। क्योंकि चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले ही शुरु हो जाता है इसलिए इस समय से ही कुछ कार्यों को करने पर रोक लग जाती है। जानिए चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें…
क्या करें- ग्रहण के दौरान भगवान की मूर्तियों को नहीं छूना चाहिए। इसलिए ग्रहण का सूतक लगते ही मंदिरों के कपाट बंद कर दिये जाते हैं।
– कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान पके हुए भोजन में तुलसी के पत्ते डाल देने चाहिए। इससे खाना अशुद्ध नहीं होता है। अगर ऐसा नहीं किया गया हो तो ग्रहण के बाद पहले से बने हुए खाने को नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे तबीयत खराब हो सकती है।
– अनेक वैज्ञानिक शोधों से भी यह सिद्ध हो चुकी है कि ग्रहण के समय मनुष्य की पाचन शक्ति बहुत कमजोर हो जाती है। ऐसे में यदि पेट में दूषित अन्न या पानी चला जाएगा तो उनके बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है।
– ग्रहण काल में इस्तेमाल किए गए कपड़े आदि की शुद्धि के लिए उसे बाद में धो देना चाहिए और स्वयं भी स्नान कर लेना चाहिए।
– ग्रहण के समय गायों, पक्षियों व जरूरतमंदों को दान देने से अत्याधिक पुण्य प्राप्त होता है।
– ग्रहण से पहले ही खाने व दूध में तुलसी का पत्ता डाल देना चाहिए।
– ग्रहण काल में गर्भवती महिलाएं एक नारियल हमेशा पास रखें और उसे अपने पास ही रखकर सोएं।
– ग्रहण के दिन घर में या बाहर किसी भी तरह के वाद-विवाद से बचना चाहिए।
क्या न करें- ग्रहण के समय इन कार्यों को नहीं करना चाहिए जैसे तेल लगाना, भोजन करना, पानी पीना, सोना, बालों में कंघी करना, संभोग करना, कपड़े धोना इत्यादि कार्य।
– ग्रहण के दौरान सोने से भी मना किया जाता है क्योंकि इससे व्यक्ति की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। साथ ही बाथरूम का भी इस्तेमाल ग्रहण के समय नहीं करना चाहिए।
– ग्रहण के समय पत्ते, तिनके, लकड़ी और फूल नहीं तोड़ने चाहिए और इस समय किसी भी शुभ या नए कार्य की शुरुआत नहीं करनी चाहिए।
– स्कंद पुराण के अनुसार, ग्रहण के दौरान किसी दूसरे का अन्न नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे 12 वर्षों से एकत्र सब पुण्य नष्ट हो जाते हैं।
– ऐसा भी माना जाता है कि गर्भवती महिलाओं को सूर्य या चन्द्र ग्रहण नहीं देखना चाहिए क्योंकि इसका दुष्प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ सकता है। साथ ही इस दौरान गर्भवती महिलाओं को कैंची, चाकू आदि धार वाली चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।