कहते हैं कि भगवान शिव का जितना भी गुणगान किया जाए कम है। शिव जी के बारे में कहा जाता है कि वे कभी अपने भक्तों को निराश नहीं करते हैं। आप जानते होंगे कि शिव जी के ढेरों नाम हैं। कोई इन्हें शिवशंकर तो कोई कैलाशपति और कोई इन्हें महेश कहकर पुकारता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शिव के किस रूप की पूजा करने से क्या लाभ मिलता है? ऐसा माना जाता है कि इस सृष्टि की उत्पत्ति शिव जी से ही हुई है और इसका अंत भी शिव जी के ही हाथों होगा। ऐसे में कहा जाता है कि ऐसी कोई भी समस्या नहीं है जिसका हल भोले बाबा के पास ना हो। बताते हैं कि केवल आपके मन में शिव भक्ति को लेकर सच्ची श्रद्धा होनी चाहिए।

मान्यता है कि भगवान शिव के ‘महेश’ नाम की आराधना करने से व्यापार में तरक्की होती है। कहते हैं कि इससे व्यापार में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं और धनलाभ होता है। कई बार दांपत्य जीवन में कई तरह की परेशानियां आ जाती हैं। कहते हैं कि इन परेशानियों को दूर करने के लिए शिव के ‘आशुतोष’ नाम की पूजा करनी चाहिए। इसके साथ ही असाध्य रोगों से मुक्ति पाने के लिए शिव जी के ‘महादेव’ नाम की आराधना करने के लिए कहा गया है।

कई बार लोगों की संतानें उन्हें ही दुख देने लगती हैं। ऐसे में शिव के ‘रूद्र’ नाम का जाप करने को कहा जाता है। मान्यता है कि इस नाम का जाप करने से संतान दुखों से मुक्ति मिल जाती है। कहते हैं कि समाज में मान-सम्मान पाने के लिए शिव जी के ‘नटराज’ नाम का प्रयोग करना चाहिए। माना जाता है कि ‘नटराज’ की पूजा करने से व्यक्ति की सामाजिक प्रतिष्ठा में बढ़ोत्तरी होती है। और व्यक्ति एक सुखी जीवन जीता है।