Lal Kitab Upay: वैदिक ज्योतिष अनुसार जब भी किसी बच्चे का जन्म होता है तो उसकी जन्मकुंडली में कोई ग्रह तो सकारात्मक स्थिती में स्थित होता है तो कोई ग्रह नकारात्मक स्थिति में। साथ ही उस व्यक्ति पर उन ग्रहों का शुभ- अशुभ प्रभाव लाइफटाइम रहता है और यह ग्रहों का प्रभाव शुभ है तो व्यक्ति को हमेशा किस्मत का साथ मिलता है। साथ ही व्यक्ति को भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। वहीं अगर उस ग्रह का नकारात्मक असर व्यक्ति के ऊपर है तो वह जिंदगी भर संघर्ष करता है और उसे सफलता नहीं मिलती है।
ऐसे में लाल किताब में इन ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए उपायों का वर्णन मिलता है। इन उपायों को करने से ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है। यहां हम बात करने जा रहे हैं ग्रहों के राजा सूर्य के उपाय के बारे में अगर आपकी कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर या नकारात्मक स्थित हैं, तो आप इन उपायों को करने से आप सूर्य ग्रह के अशुभ प्रभाव में कमी ला सकते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में…
लाल किताब के अनुसार करें सूर्य देव के ये उपाय
1- अगर आपकी कुंडली में सूर्य देव नकारात्मक स्थित हैं तो आप लोगो को गेहूं, गुड़ व तांबे का दान करना चाहिए लेकिन गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए।
2- यदि आपकी जन्मपत्री में सूर्य दोष या सूर्य ग्रह अशुभ स्थित हैं तो आप लोगों को नियमित रूप से प्रातः उठकर आदित्यहृदय स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से आपके कार्य बनने लगेंगे।
3- सूर्य दोष अगर आपकी कुंडली में है तो उस व्यक्ति को प्रतिदिन उगते हुआ सूर्य को तांबे के लोटे से जल दें। ऐसा करने से सूर्य देव की कृपा प्राप्त होगी।
4- यदि आपकी कुंडली में सूर्य ग्रह नीच के हैं तो आप लोगों को रविवार के दिन मछलियों को आटे की गोली बनाकर खिलानी चाहिए। ऐसा करने से सूर्य देव के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलेगी। साथ ही धन में वृद्धि के योग बनेंगे।
5- लाल किताब के अनुसार सूर्य देव के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए जातक को गेहूं, गुड़ व तांबे का दान करना चाहिए लेकिन गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए।