ज्योतिष के मुताबिक जब भी किसी बच्चे का जन्म होता है तो उसकी कुंडली में कोई ग्रह तो शुभ स्थिती में विराजमान होता है तो कोई ग्रह अशुभ स्थिति में। साथ ही उसका उन ग्रहों का शुभ- अशुभ प्रभाव उस व्यक्ति की जिंदगी के ऊपर लाइफटाइम रहता है। लेकिन अगर उस ग्रह का नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति के ऊपर है तो वह जिंदगी भर संघर्ष करता रहता है और उसे कामयाबी हाथ नहीं लगती है।
लाल किताब में ग्रहों से संबंधित बहुत ही अचूक उपायों का वर्णन मिलता है। जिनको करने से ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है। यहां हम आज जानेंगे चंद्र ग्रह के उपायों के बारे में, अगर आपकी कुंडली में चंद्र ग्रह अशुभ या नकारात्मक विराजमान हैं, तो आप इन उपायों को करने से आप चंद्र ग्रह के नेगेटिव प्रभाव में कमी ला सकते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में…
1- महादेव की करें पूजा- अर्चना:
लाल किताब अनुसार किसी व्यक्ति की कुडंली में चंद्रमा कमजोर या अशुभ स्थिति में है तो उसे महादेव की पूजा करनी चाहिए। इतना ही नहीं, कम से कम 10 या 54 सोमवार का व्रत रखने चाहिए. साथ ही, हर सोमवार महादेव का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करें, शिव चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से चंद्र मजबूत होता है और मानसिक शांति मिलती है।
2- मां के रोज करें चरण स्पर्श:
लाल किताब मुताबिक सुबह उठकर नियमित रूप से मां के चरण स्पर्श करने, उनकी सेवा करने और उन्हें प्रसन्न रखने से चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है।
3- चंद्रमा को देना चाहिए अर्घ्य:
लाल किताब अनुसार चंद्रमा को मजबूत बनाने के लिए चांदी के लोटे में जल लेकर उसमें थोड़ा सा गंगाजल, दूध, चावल और शक्कर मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए। इसके साथ ही प्रत्येक पूर्णिमा पर व्रत करके चंद्रमा का पूजन करना चाहिए।
4- इन मंत्रों का करें जाप:
चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करने के लिए चंद्रमा के मंत्रों का जाप करना चाहिए। चंद्रमा के मंत्र इस प्रकार हैं।
ऊं सों सोमाय नम:।
ऊं श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:
ऊं श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम:
5- इस चीज का करें दान:
चंद्रमा को मजबूत करने के लिए चावल की खीर बनाकर जरूरमंदो को दान करना चाहिए। यदि कुंडली में चंद्रमा कमजोर है सोमवार को मीठा दूध नहीं पीना चाहिए।