हिंदू धर्म में केले के पेड़ को बहुत ही पवित्र माना जाता है। केले के पेड़ का इस्तेमाल कई सारे मांगलिक कार्यों में किया जाता है। शादी-ब्याह के लिए तैयार होने वाले मंडप में भी आपने केले के पेड़ का इस्तेमाल होते हुए देखा होगा। हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले तमाम लोग गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करते हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि केले के पेड़ की पूजा क्यों की जाती है? और गुरुवार के दिन ही केले के पेड़ को क्यों पूजा जाता है? यदि नहीं तो आज हम आपको इस बारे में विस्तार से बताने वाले हैं।

आपको मालूम होगा कि हिंदू धर्म में सप्ताह के अलग-अलग दिन अलग-अलग देवी-देवताओं को समर्पित हैं। जैसे कि मंगलवार के दिन बजरंगबली, बुधवार के दिन गणेश जी और शुक्रवार के दिन दुर्गा जी की पूजा की जाती है। इसी तरह से गरुवार का दिन विष्णु जी को समर्पित किया गया है। ऐसी मान्यता है कि विष्णु जी को केले का पौधा बहुत ही प्रिय है। और विष्णु भगवान केले के पौधे में निवास करते हैं। इसलिए गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करने की बात कही गई है।

कहते हैं कि गुरुवार को केले की पूजा करने से विष्णु जी बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं। ऐसी मान्यता है कि जिस व्यक्ति के ऊपर विष्णु जी की कृपा होती है, उसके सारे कष्ट समाप्त हो जाते हैं। ऐसा व्यक्ति एक सुखमय जीवन व्यतीत करता है और अपने जीवन में सदा उन्नति करता है। ऐसा भी कहा जाता है कि गुरुवार के दिन केले की पूजा करने से धन की कमी नहीं होती। और पूजा करने वाले व्यक्ति के आय के स्रोतों में लगातार बढ़ोत्तरी होती रहती है। इससे माना जाता है कि गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा करने से लक्ष्मी जी भी प्रसन्न होती हैं।