घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे इसके लिए शास्त्रों में कई उपाय बताए गए हैं। इन धार्मिक नियमों में बताया गया है कि हमें किस समय कौन से काम नहीं करने चाहिए। विष्णु पुराण में व्यक्तिगत जीवन से संबंधित कुछ कामों को करना निषेध बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि इन निषिद्ध कार्यों को करने से अशुभ होता है। जिसका प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है। क्या आपको पता है कि रोजमर्रा से संबंधित कौन से तीन काम ऐसे हैं जिसे रात के समय नहीं करना चाहिए। यदि नहीं? तो विष्णु पुराण के अनुसार इसे जानते हैं।
विष्णु पुराण में बताया गया है कि गृहस्थ जीवन का समुचित पालन करने पर भगवान विष्णु माता लक्ष्मी सहित सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त की जा सकती है। विष्णु पुराण की मानें तो रात के समय चौराहे पर नहीं जाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि रात के वक्त चौराहे पर असामाजिक तत्व घूमते-फिरते रहते हैं। ऐसे में यदि कोई सज्जन व्यक्ति चौराहे पर जाएगा तो उसे परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही यह काम सदाचार के नियम के विरुद्ध भी माना गया है। इसके अलावा विष्णु पुराण कहता है कि रात के समय शमशान इसके अनुसार किसी भी समझदार व्यक्ति को रात के समय श्मशान में नहीं जाना चाहिए।
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कहा जाता है कि श्मशान क्षेत्र में सदैव नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। इसका बुरा असर हमारे मन और मस्तिष्क पर पड़ सकता है। साथ ही श्मशान क्षेत्र से निकलने वाला धुआं भी हमारी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। श्मशान के वातावरण में कई सूक्ष्म किटाणु भी मौजूद रहते हैं जो हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए श्मशान जाने के बाद नहाना अनिवार्य बताया गया है। इसके अलावा एक कार्य और है जिसे रात के समय करना अशुभ बताया गया है। कहते हैं कि रात के समय बुरे चरित्र वाले लोगों से दूर रहना चाहिए। माना जाता है कि बुरे चरित्र वाले लोग अधिकतर रात को ही अधार्मिक और गलत कार्य करते हैं। ऐसे में यदि कोई सज्जन व्यक्ति इनके साथ रहेगा तो वह परेशानियों में उलझ सकता है। इसलिए रात के समय इन कामों से दूर रहने के लिए बताया गया है।
