मोटापे की समस्या से कई सारे लोग जूझ रहे हैं। इनमें से कई लोगों के द्वारा अपना मोटापा कम करने का प्रयास भी किया जा रहा है। इन सबके बीच क्या आप जानते हैं कि आपके मोटापे का ग्रहों से भी गहरा कनेक्शन है। जी हां, ज्योतिष शास्त्र में इस बात का विस्तार से वर्णन किया गया है कि आखिर किस प्रकार से कुछ ग्रहों की दशा खराब होने पर व्यक्ति मोटापे का शिकार होने लगता है। इसके साथ ही इन ग्रहों की दशा ठीक करके मोटापे को कम भी करने की बात कही गई है। आज हम इसी बारे में विस्तार से बात करने वाले हैं। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो कुंडली में गुरु ग्रह की दशा खराब होने पर व्यक्ति मोटापे की समस्या का सामना करने लगता है। इसके अलावा चंद्रमा और शुक्र की दशा खराब होने से भी मोटापा बढ़ने की मान्यता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में जन्म के समय चंद्रमा की दशा मजबूत होती है, वे लोग बचपन से ही काफी गोल-मटोल आकार के होते हैं। ऐसे लोग आगे चलकर भी बहुत लंबे नहीं हो पाते और खान-पान में लापरवाही के चलते बड़ी जल्दी मोटापे की चपेट में आ जाते हैं। इसके साथ ही इस मोटापे से छुटकारा पाना इनके लिए इतना आसान नहीं होता।

ऐसा कहा जाता है कि चंद्रमा, गुरु और शुक्र ग्रह मिलकर व्यक्ति के शरीर की फैट को नियंत्रित करते हैं। इसलिए कहा जाता है कि मोटापे से बचने के लिए कुंडली में इन ग्रहों की दशा का ठीक होना बहुत जरूरी है। ऐसा भी कहा जाता है कि कुंडली में चंद्रग्रहण होने पर भी मोटापे की समस्या हो जाती है। मान्यता यह भी है कि पूर्णिमा के दिन जन्म लेने वाले बच्चे काफी मोटे होते हैं। दूसरी तरफ, अमावस्या के दिन जन्में बच्चों के पतला होने की मान्यता है।