Parijat Yog Benefits: व्यक्ति की जन्मकुंडली में शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के योग विद्यमान होते हैं। साथ ही इन योगों का प्रभाव मानव जीवन पर पूर्ण रूप से दखने को मिलता है। वहीं यह योग व्यक्ति को तब फुल फल प्रदान करते हैं तब उन ग्रह से संबंधित दशा व्यक्ति के ऊपर चलती है। 

यहां हम बात करने जा रहे हैं। ऐसे शुभ योग के बारे में जिसका नाम है पारिजात योग। यह योग जिस व्यक्ति की कुंडली में बनता है। वह राज सत्ता प्राप्त करता है। साथ ही समाज में उसकी अलग पहचान होती है। उसे यश और वैभव की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं कैसे बनता है ये योग और इसके बनने के लाभ…

जानिए कैसे बनता है ये योग

पारिजात योग तब बनता है जब कुंडली में लग्नेश जिस राशि में होता है उस राशि का स्वामी कुंडली में उच्च स्थान पर हो तब इस योग का निर्माण होता है। ज्योतिष के अनुसार योग बेहद ही उत्तम योग माना जाता है। इसके प्रभाव से जातक अपने जीवन में व्यक्ति सफलता आदि प्राप्त करता है। साथ ही उसे भाग्य का साथ मिलता है। इस योग का पूर्ण लाभ व्यक्ति को जब मिलता है, जब ग्रह उच्च राशि या अपने मित्र की राशि में विराजमान हो। साथ ही उसकी डिग्री अच्छी हो और उस पर शुभ ग्रहों की दृष्टि हो। आपतो बता दे कि किसी राजयोग या शुभ योग का फल व्यक्ति को जब प्राप्त होता है, तब उस ग्रह की महादशा या अंतर्दशा चलती है।

पारिजात योग बनने से मिलते है ये लाभ

इस राजयोग के बनने से व्यक्ति को राजनीति में सफलता मिलती है। साथ ही व्यक्ति जमीन- जायदाद का मालिक बनता है। वहीं इस योग के बनने व्यक्ति का आकर्षक व्यक्तित्व होता है। साथ ही व्यक्ति सामाजिक जीवन में बड़ा प्रतिष्ठित पद हासिल करता है। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति की तार्किक क्षमता अच्छी होती है। वहीं सेविंग करने में माहिर होता है।

साथ ही वह लग्जीरियस लाइफ जीता है। ऐसा व्यक्ति अत्यधिक आस्थावान और ईश्वर के प्रति समर्पित होता है। इन्हें जीवन में यश और सम्मान हासिल होता है। ऐसा व्यक्ति कभी धन के अभाव में नहीं रहता है। इन लोगों को सभी भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है।