Root Of Kela Benefits: ज्योतिष शास्त्र अनुसार केले की जड़ का संबंध गुरु ग्रह से माना जाता है। मतलब अगर आप पुखराज खरीदने में सक्षम नहीं है, तो आप केके के पेड़ की जड़ हाथ में बांध सकते हैं। क्योंकि पुखराज बहुत महंगा आता है। इसलिए आप लोग पुखराज धारण कर सकते हैं। वहीं केले के पेड़ की जड़ बाजार में आसानी से मिल जाती है। आइए जानते हैं केले के पेड़ की जड़ का महत्व और धारण करने की विधि…
केले के पेड़ की जड़ धारण करने के लाभ
केले के पेड़ की जड़ हाथ में बांधने से सुख-संपत्ति, ज्ञान में वृद्धि हो सकती है। साथ ही संतान प्राप्ति में बाधा आ रही हो तो भी इसको धारण किया जा सकता है। अगर आपको पेट की समस्या है तो भी आप इस जड़ को हाथ में बांध सकते हैं। साथ ही अगर बृहस्पति के कारण विवाह में अड़चन आ रही है, तो केले की जड़ को हाथ में धारण करना फायदेमंद रहता है।
ये लोग कर सकते हैं धारण
ज्योतिष के अनुसार, मेष, धनु व मीन राशि वाले लोग केले के पेड़ की जड़ को धारण कर सकते हैं। साथ ही जिन लोगों की कुंडली में गुरु बृहस्पति उच्च के या शुभ विराजमान हों वो लोग भी धारण कर सकते हैं। वहीं तुला लग्न वाले लोग केले की पेड़ की जड़ को धारण कर सकते हैं, क्योंकि गुरु आपके पंचम स्थान के स्वामी होते हैं। इसलिए आप पहन सकते हैं। वहीं अगर आप धार्माचार्य या ज्योतिषाचार्य हैं तो भी आप केले के पेड़ की जड़ को हाथ में बांध सकते हैं। वहीं अगर जन्मकुंडली में गुरु ग्रह अशुभ या नीच के विराजमान हैं तो इस जड़ को नहीं बांधे, अन्यथा नुकसान हो सकता है।
जानिए बांधने की सही विधि
ज्योतिष के अनुसार केले के पेड़ की जड़ आपको विशाखा नक्षत्र में खरीदकर लानी चाहिए। साथ ही इसे शुक्ल पक्ष के गुरुवार को सूर्य के उदय होने के बाद हाथ में बांधना चाहिए। इसे पीले कपड़े में लपेटकर बांधना शुभ रहता है। वहीं इसे बांधने से पहले गंगाजल से शुद्ध कर लें। साथ ही धारण करने से पहले गुरु बृहस्पति के बीज मंत्र का 108 बार जाप जरूर करें।