सामुद्रिक शास्त्र अनुसार किसी भी व्यक्ति के शरीर पर मौजूद अंगों की बनावट को देखकर आप उसके भविष्य और व्यक्तित्व को जान सकते हैं। सामुद्रिक शास्त्र की रचना समुद्र ऋषि ने की थी। इसलिए इसे सामुद्रिक शास्त्र कहा जाता है। यहां हम बात करने जा रहे हैं हाथों की उंगलियों के बारे में, जिसके आधार पर आप भी किसी व्यक्ति की अंगुलियों से ही उसके जीवन का आकलन कर सकते हैं। साथ ही उसके नेचर और व्यक्तित्व को जान सकते हैं।
जानिए किस उंगली पर कौन सा पर्वत है
सामुद्रिक शास्त्र अनुसार हाथ के अंगूठे के पास की पहली अंगुली तर्जनी, दूसरी मध्यमा, तीसरी अनामिका व चौथी कनिष्ठा कहलाती है। जिनमें तर्जनी बृहस्पति, मध्यमा शनि, अनामिका सूर्य और कनिष्ठा बुध पर्वत पर स्थित होती है।
ऐसे होते हैं पतली उंगलियों वाले लोग
पतली उंगलियों वाले लोग मनी माइंडेड होते हैं। साथ ही ये लोग प्रकृति से प्रेम करने वाले होते हैं। हालांकि ये लोग स्पष्टवादी भी होते हैं। इनको जो बोलना है वो मुंह पर बोलते हैं। ये वाले लोग बहुत क्रिएटिव और बुद्धिमान होते हैं। ये लोग दूसरों से बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं रखते हैं और हर काम अपने बलवूते पर करते हैं। ये लोग भावुक भी होते हैं। लेकिन ऊपर से कठोर दिखते हैं। ये लोग सुंदर वस्त्र पहनने के शौकीन होते हैं। साथ ही ये लोग अपने ऊपर खुलकर खर्च करते हैं।
ऐसे होते हैं छोटी उंगलियों वाले लोग
सामुद्रिक शास्त्र अनुसार छोटी अंगुली वाले लोगों से बचकर रहना चाहिए। ऐसी अंगुली वाले लोग स्वार्थी व सुस्त प्रवृति के होते हैं। इन लोगों को अगर काम है तो तो ये आपसे संपर्क में रहेंगे। उसके बाद ये संपर्क खत्म कर सकते हैं। साथ ही इन लोगों के शौक- मौज खूब महंगे होते हैं। ये लोग भौतिक सुख खूब पाते हैं। साथ ही ये लोग संबंध बनाने में आगे रहते हैं। ये लोग मजाकिया स्वभाव के होते हैं।
निर्धनता का माना जाता है सूचक
सामुद्रिक शास्त्र अनुसार अंगुलियों को आपस में मिलाने पर तर्जनी और मध्यमा के बीच छेद हो तो व्यक्ति 35 वर्ष की उम्र तक धन की कमी से परेशान रहता है। साथ ही अनामिका और छोटी उंगली के बीच छेद जीवन के अंतिम पड़ाव में निर्धनता का सूचक माना जाता है। साथ ही जिस व्यक्ति की छोटी उंगली अधिक छोटी तथा टेड़ी-मेड़ी हो तो वह व्यक्ति बेईमान हो सकता है। साथ ही ऐसा व्यक्ति कहता कुछ है और करता कुछ है।