विवाह को एक ऐसा रिश्ता माना जाता है जो दो लोगों को नहीं बल्कि दो परिवारों को आपस में जोड़ता है। इससे युवक और युवती दोनों के जीवन में बड़े बदलाव आते हैं। इसी के साथ परिवार के व्यवहार में बदलाव महसूस करते हैं। विवाह में अनेकों पारिवारिक और धार्मिक मान्यताएं होती हैं और कुछ को ज्योतिष शास्त्र के भी जोड़ा जाता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार माना जाता है कि हमारे आस-पास कुछ ऐसी वस्तुएं होती हैं जो व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करती हैं। इसी तरह हर कोई चाहता है कि उनके आस-पास ऐसी कोई वस्तु नहीं हो जिससे उसके वैवाहिक जीवन पर प्रभाव पड़ता हो।
वास्तु के अनुसार वैवाहिक जीवन पर सबसे अधिक प्रभाव शादीशुदा जोड़े का बिस्तर डालता है। यदि शादी से पहले नए बिस्तर की खरीद के बारे में सोच रहे हैं तो अवश्य ही आपको ये ध्यान रखना चाहिए कि बिस्तर लोहे का नहीं होना चाहिए ये नकारात्मक शक्तियों को आकर्षित करने वाला धातु माना जाता है। लकड़ी के बिस्तर को बनवाना लाभकारी हो सकता है। इसे वास्तु के अनुसार पवित्र माना जाता है। ध्यान रहे कि बिस्तर पर शीशा नहीं लगा हो, ये विभिन्न तरह की ऊर्जाओं को अपनी तरफ आकर्षित करता है जिससे शारीरिक संबंधों के साथ नींद में भी समस्या आ सकती है।
त्रिकोणीय सिरहाने वाले बिस्तर का चुनाव भूलकर भी नहीं किया जाना चाहिए ये बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता है। माना जाता है कि बिस्तर में बने बॉक्स पति-पत्नी के संबंधों में खटास पैदा करते हैं। इसी के साथ बिस्तर के बीच में किसी भी तरह का डिवाइडर नहीं होना चाहिए। ये पति-पत्नी में दूरियां बढ़ा सकता है। वास्तु के अनुसार माना जाता है कि तकिए के रंग भी एक जैसे होने चाहिए, इससे पति-पत्नी के संबंध मधुर बने रहते हैं।
