आपने ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के द्वारा यह बात कहते हुए सुनी होगी कि इस घर में ‘नेगेटिव एनर्जी’ यानी कि ‘नकारात्मक ऊर्जा’ प्रवेश कर चुकी है। कहते हैं कि ‘नेगेटिव ऊर्जा’ के प्रवेश करने से उस घर के लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्या आप जानते हैं कि ‘नेगेटिव एनर्जी’ घर में कैसे आती है? और इसे दूर करने के लिए क्या उपाय किए जाते हैं? यदि नहीं तो हम आपको इस बारे में आज बताने वाले हैं। ज्योतिष के अनुसार जब किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा शनि और राहु या शनि और मंगल के मध्य में आ जाता है, तब वह व्यक्ति ‘नेगेटिव एनर्जी’ का शिकार हो जाता है। माना जाता है कि इस स्थिति में व्यक्ति का स्वभाव बहुत ही नकारात्मक हो जाता है।

कुंडली के चतुर्थ भाव के स्वामी के पापक ग्रहों के मध्य आ जाने से भी घर में ‘नेगेटिव एनर्जी’ प्रवेश कर जाती है। इसके साथ किसी व्यक्ति के ऊपर चंद्रमा और शनि दोनों का संयोग खराब होने से ‘नेगेटिव एनर्जी’ आती है। कहा जाता है कि पति-पत्नी के द्वारा अपने मोबाइल का पासवर्ड एक-दूसरे से छिपाकर रखने से भी घर में ‘नकारात्मक ऊर्जा’ आती है। इससे पति-पत्नी का रिश्ता खराब हो जाने की संभावना बढ़ जाती है।

कहा जाता है कि घर में सूर्य की पर्याप्त मात्रा में रोशनी आने से ‘नेगेटिव एनर्जी’ दूर होती है। इसके लिए सुबह के समय घर की खिड़कियां खुली रखने के लिए कहा गया है। कहते हैं कि स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल चढ़ाने से भी घर की ‘नकारात्मक ऊर्जा’ समाप्त होती है। कहा जाता है कि घर के धूले हुए कपड़े धूप में ही सुखाना चाहिए। इससे भी घर की ‘नेगेटिव एनर्जी’ के दूर होने की मान्यता है। इसके साथ ही दोपहर में घर के खिड़की और दरवाजे बंद करने के लिए कहा गया है।