Karwa Chauth 2019: पूरे देश में करवाचौथ की धूम मची हुई है, लेकिन उत्तर प्रदेश का एक ऐसा गांव है, जहां करवाचौथ का चांद निकलने पर मायूसी छाई रहती है। यूपी के मथुरा जिले सुरीर कस्बे में इस त्योहार को शापित माना जाता है। यहां महिलाएं करवाचौथ का व्रत रखने से परहेज करती है। जानकारों के मुताबिक, दरअसल, इस गांव में सती का श्राप लगा हुआ है, जिसके डर से महिलाएं करवाचौथ का व्रत नहीं रखती हैं।
जानें क्या है पूरा मामला : स्थानीय महिलाएं बताती हैं कि वह शादी के बाद पहले करवाचौथ पर निर्जला व्रत व सोलह श्रृंगार कर अपने चांद का दीदार करने का प्लान बनाकर बैठी थीं, लेकिन ससुराल में पता चला कि सती के श्राप की वजह से वे ऐसा नहीं कर पाएंगी। ऐसे में उन्हें मन मसोसकर रहना पड़ा। गांव की महिलाएं बताती हैं कि सैकड़ों वर्षों से चली आ रही इस परंपरा का पीढ़ी दर पीढ़ी निर्वहन कर रहे हैं। इस बंदिश को तोड़ने की किसी में हिम्मत नहीं है।
Karwa Chauth 2019 Live Updates
इस वजह से नहीं मनाते करवाचौथ: बुजर्गों की मानें तो सैकड़ों साल पहले गांव रामनगला (नौहझील) का एक ब्राह्मण युवक अपनी पत्नी को विदा कराकर घर लौट रहा था। सुरीर कस्बे के वघा मुहल्ले में ठाकुर समाज के लोगों से ब्राह्मण युवक का विवाद हो गया और उन्होंने ब्राह्मण युवक की हत्या कर दी। इससे कुपित होकर ब्राह्मण युवक की पत्नी इन लोगों को श्राप देते हुए सती हो गई थी।
कई लोगों की जान गई: गांव के लोगों की मानें तो सती के उस श्राप के कारण उस मुहल्ले में कई जवान युवकों की मौत हो गई। यह देख लोगों ने इसे सती का श्राप माना और करवाचौथ मनाने पर बंदिश लगा दी। साथ ही, सती का मंदिर बनाकर पूजा-अर्चना भी करने लगे। हालांकि, गांव में अब भी कोई करवाचौथ का व्रत नहीं रखता।