Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj: आजकल सोशल मीडिया पर प्रेमानंद महाराज काफी चर्चित हैं। साथ ही उनके प्रवचन के वीडियों को काफी पसंद किया जा रहा है। आपको बता दें कि प्रेमानंद महाराज राधा रानी के अनन्य भक्त हैं और वृदांवन में निवास करते हैं। साथ ही वह वहीं यह अपने सत्संग के माध्यम से लोगों का मार्गदर्शन करते हैं। साथ ही उनके प्रश्नों का उत्तर देते हैं। महाराज के सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर हैं और उनके सत्संग में कई सिलिब्रिटी पहुंचे हैं। जिसमें राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के प्रमुख मोहन और फिल्म और क्रिकेट जगत के कई दिग्गज महाराज जी से भेंट कर चुके हैं…
वहीं आपको बता दें कि महाराज जी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक भक्त उनसे पूछ रहा है कि प्रारब्ध क्या होता है और क्या किस्मत पर लिखा हुआ बदला जा सकता है। जिस पर महाराज जी उत्तर दे रहे हैं कि जो पाप और पुण्य से रचित विधान है, उसे प्रारब्ध कहते हैं। पाप का फल दुख होता है और पुण्य का फल लौकिक सुख होता है।
वहीं प्रेमानंद महाराज जी ने आगे कहा कि भजन प्रारब्ध को विध्वंस करके भगवान की प्राप्ति कराता है। साथ ही जन्म और मृत्यु के चक्र को मिटाता है। उन्होंने कहा कि प्रारब्ध कोई देवता का नाम नहीं है, प्रारब्ध तो हमारे पिछले कर्म हैं। महाराज जी ने कहा कि भजन का एक नवीन बल होता है। साथ ही वह नवीन प्रारब्ध की रचना करता है।
हित श्री प्रेमानंंद महाराज जी ने कहा कि जैसे शशीर छूट गया और भजन पूरा नहीं हो पाया तो अगला जन्म होगा और हमारा भजन अगर अगर 99 परसेंट हुआ तो फिर दोबारा 99 से शुरू होगा और 100 से ऊपर निकल जाएगा। मतलब 98 से नहीं शुरू होगा, यही भजन की महिमा होती है।
वहीं एक भक्त ने महाराज जी से पूछा कि भगवान को भोग लगाने का सही तरीका क्या है, जिस पर महाराज जी उत्तर दे रहे हैं कि भगवान को कभी भी प्याज लहसुन युक्त भोजन का भोग नहीं लगाना चाहिए। साथ ही प्रेमानंद महाराज ने बताया कि जैसे अगर हम आप का भोग भगवान को लगा रहे हैं तो पहले छिलका और गुठली निकाल लें, उसके बाद आम को काटकर भोग लगाएं। साथ ही जो बीज वाले फल हैं, उनके बीज निकालकर भोग लगाएं।