15 मार्च यानी शुक्रवार से सूर्य ग्रह के देवगुरू बृहस्पति की राशि मीन में प्रवेश करते ही खरमास प्रारंभ हो जाएगा और यह एक माह तक रहेगा। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार इस समय में शुभ कार्यों को करना वर्जित माना जाता है। सूर्य 15 मार्च को सुबह 5 बज कर 42 मिनट पर मीन राशि में प्रवेश करेंगे और 14 अप्रैल 2019 तक इस राशि में रहेंगे। ग्रहों की इस स्थिति के कारण इस समय अवधि को मलमास या खरमास कहा गया है।
कौन से कार्य ना करें :- हिंदू धर्म में खरमास के दौरान शादी संपन्न करना, नए घर में प्रवेश, नए घर का निर्माण, नया वाहन खरीदना जैसे मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए। लेकिन इस समय अवधि के दौरान गुरू की राशि मीन में सूर्य का प्रभाव जातकों के लिए काफी शुभ रहेगा। इस बार सूर्य जब मीन में प्रवेश करेंगे तब वृश्चिक में स्थित बृहस्पति की दृष्टि के कारण शुभ प्रभाव में रहेंगे। अतः विवाह, घर और नए कार्य के प्रारम्भ के अतिरिक्त अन्य निर्णयात्मक कार्य बिना किसी संदेह के सम्पन्न किए जा सकते हैं।
कैसे लगता है खरमास :- हिन्दू पंचांग के अनुसार जब सूर्य भ्रमण करते हुए बृहस्पति की राशियों धनु और मीन में प्रवेश करता है तो इस स्थिति को खरमास कहा जाता हैं।
भगवान का करें ध्यान :- खरमास के दौरान भगवान की पूजा करना और दान करने का विशेष महत्व माना जाता है।