Kharmas 2024 Niyam In Hindi: खरमास मास का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। खरमास माह भगवान सूर्यदेव को समर्पित होता है। ऐसी मान्यता है कि इस मास में भगवान सूर्य देव के साथ के साथ भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही खरमास के महीने में स्नान और दान का भी विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस महीने में जरूरतमंदों को अन्न, धन और वस्त्र का दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसके अलावा इस माह में नियमित रूप से तुलसी माता को जल अर्पित करना चाहिए और शाम के समय घर के मंदिर में नियमित रूप से दीपक जलाना चाहिए। यह भी कहा जाता है कि इस माह में पूजा-पाठ करने से व्यक्ति को धन-धान्य की प्राप्ति भी होती है। लेकिन, इस महीने में कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए। आइए जानते हैं खरमास मास में क्या करें क्या न करें।

खरमास 2024 कब से कब तक?

खरमास को मलमास भी कहा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, खरमास का महीना तब शुरू होता है जब सूर्य देव बृहस्पति की राशि धनु या मीन में प्रवेश करते हैं। इस बार खरमास 15 दिसंबर 2024 की रात 9:56 बजे शुरू होकर 14 जनवरी 2025 तक रहेगा। इस दौरान मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। इसके बाद मकर संक्रांति से शुभ कार्यों की शुरुआत हो सकेगी।

खरमास मास में क्या करें, खरमास मास के नियम

खरमास मास में नियमित रूप से सुबह तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें कुमकुम, गुड़हल का फूल और रोली डालें और सूर्य देव को अर्पित करें। इस माह में रोजाना तुलसी माता को जल अर्पित करें और शाम को घर के मंदिर में दीपक जलाएं। इस समय व्रत, भजन-कीर्तन और धार्मिक ग्रंथों का पाठ करना शुभ माना जाता है। खरमास में गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न, कपड़े और धन का दान करें। इससे पुण्य मिलता है। इस माह में भगवान सूर्य के साथ-साथ भगवान विष्णु की भी पूजा करें।

खरमास मास में क्या न करें

इस दौरान शादी, गृह प्रवेश और मुंडन जैसे मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए। खरमास के दौरान नया व्यवसाय या घर बनाने जैसे काम शुरू करना अशुभ माना जाता है। जब तक बहुत जरूरी न हो, इस दौरान यात्रा करने से बचें। इस दौरान गाड़ी, घर या अन्य महंगी चीजें खरीदने से बचना चाहिए। खरमास के दौरान नई खरीदारी करने की भी मनाही होती है।

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