ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है। तो सीधा असर मानव जीवन पर पड़ता है। राहु-केतु को एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में करीब 1.5 साल का समय लगता है। 2022 में 12 अप्रैल को केतु वृश्चिक राशि से तुला राशि में प्रवेश कर जायेगा। आपको बता दें वैदिक ज्योतिष के अनुसार केतु कुंडली के जिस भाव में स्थित होता है उस भाव के स्वामी के अनुरूप ही फल देता है।
केतु का नाम आते ही मन में डर और असुरीय भय व्याप्त होने लगता है। ये अच्छे और बुरे दोनों ही प्रकार के कर्मों का प्रतिनिधित्व करता है। केतु ग्रह नहीं है लेकिन नौ ग्रहों में से एक ग्रह के रूप में स्थापित है। वर्तमान समय में अंतरिक्ष में केतु मेष राशि के आय के स्थान से होकर गुजरेंगे। ऐसे में मेष राशि वालों के लिए केतु का यह संचरण कैसा होगा, आइये इसको समझते हैं –
सेहत पर ध्यान दें: वर्तमान समय में मेष राशि वालों के लिए केतु उनके आयु के स्थान से गुजर रहे हैं। इसके अलावा कार्यक्षेत्र के स्वामी शनि के नक्षत्र अनुराधा से केतु संचरण कर रहे हैं। यह सभी देखते हुए इस दौरान मेष राशि के लोगों को अपने स्वास्थ्य को लेकर आपको थोड़ा सजग रहना चाहिए। कुछ निजी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं, इन समस्याओं का समाधान नहीं सूझेगा, जिसके कारण आप डिप्रेशन के शिकार हो सकते है।
कार्यशैली में बदलाव: बहुत मेहनत के बाद भी हो सकता है आपको तुरंत फायदा न मिले लेकिन आत्मविश्वास बनाए रखें। इसके साथ ही अपने कार्यशैली में बदलाव लाएं। काम करने के तरीकों में बदलाव करने से हर क्षेत्र में बदलाव नजर आएगा। आय के क्षेत्र में भी बदलाव होगा। यह बदलाव सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरीके का हो सकता है।
इन बातों का भी ध्यान रखें: मेष राशि के लोगों को फ़िलहाल अपने वाणी पर संयम रखना होगा। इस दौरान ससुराल वाले पक्षों से मधुरता रखनी चाहिए। किसी छोटी बात पर ससुराल पक्ष के लोगों के साथ मतभेद हो सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि यदि कोई विवादित बात होती भी है तो इसे जल्द ही सुलझा लें। इसके अलावा यदि इस राशि के छोटे भाई बहन यदि कहीं कोई शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं तो उनके शिक्षण पर अधिक ध्यान होगा। अपने जीवन साथी के स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें यदि पहले से कोई समस्या है तो डॉक्टर को जरूर दिखा लें।