Moon Ketu Conjunction In Kanya: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, छाया ग्रह राहु केतु करीब डेढ़ साल तक एक राशि में विराजमान रहते हैं। पापी ग्रह केतु की बात करें, तो पिछले साल यानी 30 अक्टूबर 30 को कन्या राशि में प्रवेश कर गए थे और अब साल 2025 में राशि परिवर्तन करेंगे ऐसे में केतु का किसी न किसी ग्रह के साथ साल 204 में युति होगी, जिससे कई तरह के शुभ-अशुभ योगों का निर्माण होगा। वहीं दूसरी ओर चंद्रमा सबसे तेज गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है। वह एक राशि में करीब ढाई दिन तक रहते हैं। ऐसे ही 24 मार्च को कन्या राशि में केतु और चंद्रमा की युति हो रही है, जिससे ग्रहण दोष नामक योग का निर्माण हो रहा है। यह योग काफी अशुभ माना जाता है। ये योग लंबी आयु, स्वास्थ्य पर बुरा अधिक अधिक डालता है। आइए जानते हैं कि किन राशियों को संभलकर रहने की जरूरत है।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्रमा 24 मार्च को दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश कर जाएंगे। कन्या राशि में केतु और चंद्रमा की युति करीब ढाई दिन तक रहेगी।
मिथुन राशि (Mithun Zodiac)
इस राशि के चौथे भाव में ग्रहण दोष बन रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों के लिए ज्यादा अनुकूल साबित नहीं होगा। इस राशि के जातकों के सुख-सुविधाओं में कमी देखने को मिलेगी। इसके साथ ही हर काम में किसी न किसी तरह की रुकावट पैदा होगी। परिवार में किसी न किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है। गृह क्लेश का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही कानूनी मामलों से दूर रहने की जरूरत है। बेकार के निवेश करने से बचना चाहिए, क्योंकि धन हानि के योग बन रहे हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा सजग रहने की जरूरत है।
कन्या राशि (Kanya Zodiac)
इस राशि के लग्न भाव में ग्रहण दोष बन रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों को संभलकर रहने की जरूरत है। सेहत को लेकर काफी परेशान हो सकते हैं। इसके साथ ही धन-धान्य की कमी देखने को मिल सकती है। किसी न किसी तरह से काम में रुकावटें आ सकती है। इसके साथ ही भौतिक सुखों में कमी देखने को मिल सकती है। किसी कारणवश थोड़ी सी यात्राएं करनी पड़ सकती है। बेकार की उलझनों में फंस सकते हैं।
मकर राशि (Makar Zodiac)
ग्रहण दोष मकर राशि के जातकों के लिए भी शुभ साबित नहीं होगा। इस राशि के नौवें भाव में ये योग बन रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ेगा। इसके साथ ही पिता और परिवार के अन्य सदस्य भी बीमार हो सकते हैं। बेकार के खर्चों से परेशान हो सकते हैं। इसके साथ ही परिवार में भी किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है। इसके साथ ही नौकरीपेशा लोगों को भी थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। हर क्षेत्र में असफलताओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही परिवार में शांति भंग होगी, जिससे तनाव का सामना करना पड़ सकता है। अध्यात्म की ओर झुकाव होगा।
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।