Ketu and budh yuti 2025: वैदिक ज्योतिष अनुसार ग्रह एक निश्चित अवधि पर गोचर करके अन्य ग्रहों के साथ युति बनाते हैं, जिसका असर मानव जीवन और देश- दुनिया पर पड़ता है। आपको बता दें कि अगस्त के महीने में बुध ग्रह सिंह राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं, जहां पहले से ही छाया ग्रह केतु स्थित हैं। जिससे सिंह राशि में केतु और बुध की युति बनने जा रही है। ऐसे में कुछ राशियों की किस्मत चमक सकती है। साथ ही इन राशियों को आकस्मिक धनलाभ और तरक्की के योग बन रहे हैं। वहीं वाहन और प्रापर्टी की प्राप्ति हो सकती है। वहीं इस समय फंसा हुआ धन मिल सकता है। आइए जानते हैं ये लकी राशियां कौन सी हैं…
सिंह राशि (Leo Zodiac)
आप लोगोंं के लिए केतु और बुध का संयोग सकारात्मक साबित हो सकता है। क्योंकि यह संयोग आपकी गोचर कुंडली से प्रथम भाव पर बनने जा रहा है। इसलिए इस अवधि में आपके आत्मविश्वास में वृद्धि हो सकती है। साथ ही आपको इस दौरान आपको बड़ी मात्रा में धन लाभ मिलेगा। साथ ही आपकी खुशियों में बढ़ोतरी होगी। आपको सौभाग्य मिलने वाला है। करियर के लिहाज से देखें तो आप जो मेहनत करेंगे उसका फल आपको साथ के साथ मिलता जाएगा। वहीं इस समय आपको पार्टनरशिप के काम में लाभ मिल सकता है। वहीं शादीशुदा लोगों का वैवाहिक जीवन खुशहाल रहेगा।
वृश्चिक राशि (Scorpio Zodiac)
केतु और बुध ग्रह की युति वृश्चिक राशि के जातकों को शुभ फलदायी साबित हो सकता है। क्योंकि यह संयोग आपकी राशि से करियर और कारोबार के स्थान पर बनने जा रहा है। इस दौरान बेरोजगार लोगों को नौकरी मिल सकती है। वहीं आपको अपने वरिष्ठ और सहकर्मियों से अच्छा सहयोग भी मिलेगा। कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां और अवसर मिल सकते हैं। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है और नए संपर्क लाभदायक सिद्ध होंगे। यदि किसी परियोजना पर काम कर रहे हैं, तो उसमें गति और सफलता मिल सकती है। वहीं व्यापारियों को अच्छा धनलाभ हो सकता है। कारोबार का विस्तार हो सकता है।
धनु राशि (Dahnu Zodiac)
आप लोगों के लिए केतु और बुध ग्रह का संयोग सकारात्मक सिद्ध हो सकता है। क्योंकि यह संयोग आपकी राशि से भाग्य स्थान पर बनने जा रही है। इसलिए इस दौरान आपकी किस्मत चमक सकती है। साथ ही आप छोटी या बड़ी यात्रा कर सकते हैं। साथ ही इस समय आप किसी धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। साथ ही आपके अटके हुए कार्य बनेंगे। निवेश से लाभ मिलने की संभावनाएं बन रही हैं और आय के स्रोतों में वृद्धि हो सकती है। वहीं इस दौरान माता-पिता या वरिष्ठों से सहयोग मिलेगा। मानसिक शांति बनी रहेगी और घरेलू मामलों में सामंजस्य स्थापित होगा।
