Kedarnath Temple 2024 Closing Date, केदारनाथ मंदिर के कपाट कब होंगे बंद: 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ चार धाम और पंच केदार का एक हिस्सा है। यहां पर भगवान शिव ज्योतिर्लिंग के रूप में विराजमान हैं। प्रत्येक वर्ष सर्दियों के शुरू होते ही मंदिर के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। इसके बाद अगले साल अप्रैल या मई माह में कपाट दोबारा खोले जाते हैं। बता दें कि साल 2024 में केदारनाथ मंदिर के कपाट 10 मई को खोले गए थे और जैसे ही कपाट खुले लाखों भक्त बाबा के दर्शन के लिए पहुंच गए। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि कई लोग दर्शन भी नहीं कर पाए और उन्हें वापस लौटना पड़ा। अब अगर आप भी बाबा के दर्शन करना चाहते हैं, तो जल्दी से अपनी यात्रा की योजना बना लें, क्योंकि मंदिर के कपाट बंद होने की तारीख नजदीक आ रही है। ऐसे में आइए जानते हैं किस दिन बंद किए जाएंगे केदारनाथ मंदिर के कपाट। साथ ही जानिए कपाट बंद हो जाने के बाद भगवान शिव की पूजा कहां की जाती है।
कब बंद होंगे केदारनाथ धाम के कपाट? (Kedarnath Temple 2024 Closing Date)
12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ के कपाट हर साल सर्दियों में बंद कर दिए जाते हैं। इस साल 3 नवंबर को भाई दूज के दिन केदारनाथ मंदिर के कपाट सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे। इसके बाद अगले छह महीने तक केदारनाथ महादेव की पूजा ऊखीमठ के श्री ओंकारेश्वर मंदिर में की जाएगी।
केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद होने के बाद शिव जी की पूजा कहां होगी?
केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद भगवान शिव उखीमठ में विराजते हैं। ऊखीमठ को पंचकेदार में एक खास स्थान माना जाता है और शीतकाल में भगवान केदारनाथ की डोली यहीं लाई जाती है। केदारनाथ मंदिर हिमालय की ऊंचाइयों पर स्थित है, जहां सर्दियों के समय भारी बर्फबारी होती है। बर्फबारी के चलते वहां जाने के सारे रास्ते बंद हो जाते हैं और उस इलाके में रहना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसलिए सर्दियों की शुरुआत से पहले हर साल मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं।जब कपाट बंद होते हैं तो भक्त अगले साल के खुलने का इंतजार करते हैं। अप्रैल या मई के महीने में जब मौसम ठीक होता है और बर्फ पिघल जाती है तब मंदिर के कपाट फिर से भक्तों के लिए खोले जाते हैं। उस वक्त लाखों लोग एक बार फिर बाबा के दर्शन के लिए पवित्र यात्रा पर निकलते हैं।
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